नैनीताल :::- कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर में गुरुवार को इनोवेशन व इनक्यूबेशन सेल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में निदेशक विजिटिंग प्रो.निदेशालय प्रो. ललित तिवारी ने बौद्धिक संपदा विषय पर व्याखान दिया । प्रो तिवारी ने कहा की मनुष्य के मस्तिष्क में 10 बिलियन न्यूरॉन,20 प्रतिशत ऑक्सीजन प्रयोग करते है। 25 प्रतिशत ग्लूकोज ,20परसेंट एनर्जी तथा 70 हजार विचार प्रतिदिन आते है व 2.5 गीगाबाइट डाटा स्टोर होते है । बौद्धिक संपदा अधिकार में कॉपी राइट ,ट्रेडमार्क,पेटेंट ,इंडस्ट्रियल डिजाइन ,ज्योग्राफिकल इंडिकेशन, लेआउट डिजाइन ,ट्रेड सीक्रेट एवं प्रोटेक्शन ऑफ प्लांट वेरेटी आता है । कॉपी राइट जीवन प्लस 60 वर्ष के लिए पेटेंट 20 वर्षो के लिए तो बाकी दस वर्षो के लिए होता है जिससे आगे बढ़ाना होता है ।सभी में पंजीकरण कराना होता है । बौद्धिक संपदा अधिकार बुद्धि के सफल प्रयोग के लिए तथा वर्तमान समय में आर्थिक उन्नति के लिए जरूरी है । प्रो.तिवारी ने प्लैगरिस्म सहित आईपी ऑफिस की पूर्ण जानकारी दी तथा कहा की ये टेरिटोरियल राइट है जो हमें अपने अधिकारी की रक्षा कराते है ।प्रो.तिवारी ने कई रोचक उदाहरण भी प्रस्तुत किए की सफलता का राज बौद्धिक संपदा अधिकार है उन्होंने गेट समझौता , ट्रिप्स , विपो की जानकारी भी दी। प्रो. ललित तिवारी को इस अवसर पर जरबेरा का पौधा भेट किया गया। इस अवसर डॉ.नंदन मेहरा ,डॉ. इकरामजीत सिंह मान , डॉक्टर बिजेंद्र ,डॉक्टर नवीन पांडे ,डॉ.सारिका वर्मा ,डॉ. रिचा गिनवाल,डॉ.संतोष कुमार ,डॉ. दलीप ,डॉ. अंचल अनेजा समेत अन्य लोग मौजूद रहें।