नैनीताल ::::- महिला अध्ययन केंद्र कुमाऊं विश्वविद्यालय में सोमवार को एक दिवसीय ऐपण अल्पना बेसिक कोर्स का प्रारंभ किया गया। इस दौरान कार्यक्रम में कुलपति कुमाऊं विश्वविद्यालय दीवान सिंह रावत एवं कुलसचिव दिनेश चंद्र के द्वारा प्रतिभागियों के बीच गरिमामय उपस्थिति प्रदान की।
वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलपति द्वारा अपनी संस्कृति को जीवन तथा प्रदान करने के लिए महिला अध्ययन केंद्र के द्वारा किए गए कार्य की सराहना की और प्रतिभागियों को इस बात के लिए प्रोत्साहित किया कि किस प्रकार से भी कुमाऊं विश्वविद्यालय की अंतर्गत नए-नए कोर्सों के द्वारा आगे बढ़ सकते हैं। कार्यक्रम का प्रारंभ कुलसचिव दिनेश चंद्र द्वारा प्रतिभागियों को संबोधित किया गया।वहीं महिला अध्ययन केंद्र की निर्देशक प्रो.नीता बोरा शर्मा के द्वारा सभी का स्वागत किया गया और एक दिवसीय बेसिक कोर्स की जानकारी दी गई व बताया कि इस कोर्स के अंतर्गत प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा व उनको आगे व्यवसाय आदि प्राप्त करने में सहायता प्राप्त होगी।
चेली आर्ट्स की निदेशक डॉ. किरण तिवारी ने व्याख्यान में बच्चों को इसका प्रशिक्षण प्रदान किया। महिला अध्ययन केंद्र की निदेशक प्रो. नीता बोरा शर्मा ने सभी को यह बताया की महिला अध्ययन केंद्र किस प्रकार से वर्ष 2011 से महिला सशक्तिकरण और विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास कर रहा है। कार्यक्रम में कुलसचिव द्वारा यह बताया कि आज किस तरह से इस तरह का प्रशिक्षण मिलना चाहिए और इसके लिए महिला अध्ययन केंद्र की निदेशक को बधाई दी। कार्यक्रम के अंतर्ग यामिनी इंटरप्रेन्योर एक्सपर्ट रूरल बिजनेस इनक्यूबेटर गवर्नमेंट ऑफ उत्तराखंड और साथ ही योगेश भट्ट के द्वारा प्रतिभागियों को संबोधित किया गया जिसमें जानकारी दी गई कि कैसे जीआई रजिस्ट्रेशन होता है और कैसे कोई व्यक्ति किसी नए व्यवसाय को प्रारंभ करता है और उसके लिए सरकार से उनको किस प्रकार से सहायता प्राप्त हो सकती है। प्रतिभागियों ने अपनी अल्पना विविध रूपों में प्रस्तुत किया।
कार्यशाला का द्वितीय सत्र प्रतिभागियों के द्वारा बनाई गई विभिन्न अल्पना को प्रस्तुतिकरण के साथ प्रारंभ हुआ निर्णायक मंडल के द्वारा उनके द्वारा बनाई गई अल्पना का बारीकी से निरीक्षण भी किया गया तत्पश्चात उनको यह बताया गया कि वह इस कार्य को और किस प्रकार से अच्छा कर सकते हैं। कुलपति डीएस रावत रहे उन्होंने प्रतिभागियों को अपनी संस्कृति को जीवंत रखने के लिए कृत संकल्प होने के लिए निर्देशित किया और इस तरह की कार्यशाला की आयोजन को महत्वपूर्ण बताया।


इस दौरान कार्यक्रम में पूर्व दर्जा राज्य मंत्री शांति मेहरा, प्रो. चंद्रकला रावत, प्रो. इंदु पाठक, डॉ. हरदेश कुमार शर्मा,डॉ. भूमिका, डॉ. पंकज सिंह नेगी,डॉ. प्रसन्ना,डॉ.लक्ष्मी, डॉ. किरन तिवारी,सैनिक स्कूल के प्रधानाचार्य विशन सिंह मेहता, नीलम, राहुल, अविनाश जाटव, धीरज कुमार समेत अन्य शोधार्थी व मोहनलाल शाह बालिका विद्या मंदिर, भारतीय सहित सैनिक विद्यालय व डीएसबी परिसर, चंपावत और दिल्ली के प्रतिभागियों ने ऑनलाइन भी प्रशिक्षण प्राप्त किया।
वहीं कार्यक्रम का संचालन खुशबू आर्य के द्वारा किया गया।