पिथौरागढ़ :::- संत नारायण स्वामी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बुधवार को दीक्षारम्भ समारोह का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर नव आगंतुक छात्र-छात्राओं का महाविद्यालय परिवार द्वारा स्वागत किया गया तथा उन्हें भावी जीवन हेतु प्रेरणादायी मार्गदर्शन प्रदान किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. प्रेमलता पंत ने की। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में उन्होंने छात्रों को अनुशासन, आत्मविकास तथा सकारात्मक सोच को जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने की प्रेरणा दी। उन्होंने शिक्षा के साथ-साथ नैतिक मूल्यों को आत्मसात करने पर भी बल दिया। समारोह के दौरान एंटी-ड्रग्स अभियान की महत्ता पर जोर देते हुए छात्रों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराया गया। वक्ताओं ने बताया कि नशा न केवल शरीर को हानि पहुंचाता है, बल्कि यह जीवन की दिशा भी भटका सकता है। विद्यार्थियों को नशा मुक्त समाज के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया गया।
इसके अतिरिक्त नई शिक्षा नीति (NEP) 2020 के मुख्य बिंदुओं पर भी विस्तार से चर्चा की गई। छात्रों को बताया गया कि यह नीति कैसे उन्हें बहुआयामी, कौशल आधारित और लचीली शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से बनाई गई है। इससे विद्यार्थियों को अपने रुचि अनुसार विषय चयन करने की स्वतंत्रता मिलेगी, जिससे उनका सर्वांगीण विकास सुनिश्चित होगा।

कार्यक्रम के दूसरे सत्र में ओपन यूनिवर्सिटी से आए डॉ. भास्कर जोशी(क्षेत्री निदेशक पिथौरागढ़),डॉ.दुजेश उपाध्याय,डॉ. मनीषा पंत, विशिष्ट प्रोफेसरों द्वारा छात्रों को ओपन और डिस्टेंस लर्निंग की उपयोगिता, पाठ्यक्रमों की विविधता और इसकी लचीलापन प्रणाली के बारे में जानकारी दी गई। छात्रों को बताया गया कि यह शिक्षा प्रणाली विशेष रूप से उन विद्यार्थियों के लिए लाभकारी है जो किसी कारणवश नियमित शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। समस्त कार्यक्रम अत्यंत सफल एवं ज्ञानवर्धक रहा। छात्रों ने भी इस अवसर का लाभ उठाते हुए अपने जिज्ञासाओं को समाधान प्राप्त किया तथा उत्साहपूर्वक कार्यक्रम में सहभागिता की।
कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. दिनेश कोहली एवं डॉ.सारिका वर्मा ने छात्रों के समन्वय से सुचारू रूप से संपन्न किया।
