ओखलकांडा /धारी ::::- ग्राम सभा सरना हरीनगर में रविवार को हरीनगर मालिकाना हक संघर्ष समिति नैनीताल के तत्वावधान में एक महत्वपूर्ण जनसभा का आयोजन हुआ, जिसमें विभिन्न हरीनगरों से आए प्रतिनिधियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं ग्रामीणों ने सहभागिता की।बैठक की अध्यक्षता ग्राम प्रधान रूद्र पाल ने की। जबकि संचालन समिति के सक्रिय सदस्यों द्वारा किया गया। संरक्षक मुकेश चन्द्र बौद्ध ने कहा हरीनगरों की स्थापना ब्रिटिश शासन काल में राय बहादुर मुंशी हरिप्रसाद टम्टा द्वारा की गई थी, जिनका उद्देश्य समाज के वंचित एवं श्रमिक वर्ग को बसने के लिए सुरक्षित आवास उपलब्ध कराना था। किन्तु आज़ादी के 75 वर्ष बाद भी इन गांवों को मालिकाना हक नहीं मिल पाया है  यह केवल सामाजिक उपेक्षा नहीं, बल्कि एक ऐतिहासिक अन्याय है। उन्होंने बताया कि भूमि स्वामित्व के अभाव में इन गांवों के हजारों परिवार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, कृषि ऋण, बीमा, वृद्धावस्था पेंशन सहित अनेकों सरकारी योजनाओं से वंचित हैं।राजनीतिक दलों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा हर चुनाव में हरीनगरों का केवल वोट लिया गया, लेकिन कभी किसी सरकार ने इनके अधिकारों की रक्षा के लिए ठोस नीति नहीं बनाई। सभा में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि आगामी जून माह में SDM धारी के माध्यम से  मुख्यमंत्री,  को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा जाएगा। इसके साथ ही एक दिवसीय प्रतीकात्मक धरना-प्रदर्शन भी किया जाएगा, जिससे शासन-प्रशासन को इन समस्याओं की गंभीरता से अवगत कराया जा सके। आयोजन की जिम्मेदारी  आनंद प्रकाश, आनंद बल्लभ को सौंपी गई।
सभा में जिला अध्यक्ष एस लाल ने कहा की अब समय आ गया है कि हर हरीनगर में जाकर जागरूकता फैलाई जाए। जब तक हर परिवार इस आंदोलन से नहीं जुड़ता, तब तक अधिकारों की यह लड़ाई अधूरी रहेगी।
वरिष्ठ समाजसेवी पीसी गोरखा ने कहा यह केवल भूमि स्वामित्व की मांग नहीं है, यह सम्मान, आत्मनिर्भरता और भविष्य की सुरक्षा की लड़ाई है और यह तब तक जारी रहेगी जब तक हर हरीनगरवासी को उसका हक नहीं मिल जाता।

इस दौरान धर्मपाल , प्रकाश चन्द्र, जगदीश चन्द्र , जीवन चन्द्र समेत अन्य लोग रहें।

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