नैनीताल:::- ऊर्जा, कार्यात्मक सामग्री, अणु और नैनो टेक्नोलॉजी पर नैनीताल में चल रहे तीन दिनी अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का शनिवार को समापन हो गया।
सम्मेलन के तीसरे दिन यानी शनिवार को सम्मेलन की शुरुआत में प्रो. गीता तिवारी और प्रो. ली ने मुख्य वक्ता पृथु मुखोपाध्याय (प्रधान संपादक जर्नल ऑफ  विनाइल एडिटिव टेक्नोलॉजी कनाडा)को आमंत्रित किया, जिन्होंने हस्तलिखित पांडुलिपि और स्वीकृति के रहस्य को उजागर करते हुए उद्योग और अकादमी जगत के बीच की खाई को पाटने के विषय में बात की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि शोध कार्य और औद्योगिक आवश्यकताओं के बीच बेहतर समन्वय कैसे स्थापित किया जा सकता है। उन्होंने पांडुलिपि प्रकाशन प्रक्रिया की बारीकियों को समझाते हुए यह बताया कि उच्च गुणवत्ता वाले शोधपत्रों को स्वीकार किए जाने की संभावनाएँ कैसे बढ़ाई जा सकती हैं। उनका व्याख्यान अनुसंधानकर्ताओं और उद्योग जगत के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध हुआ।

डॉ ई. भोजे गौड़ (सीनियर प्रिंसिपल साइंटिस्ट और अकादमी ऑफ साइंटिफिक एंड इनोवेटिव रिसर्च के प्रोफेसर) ने भौतिकी और सामग्री विज्ञान के क्षेत्र में क्रांतिकारी योगदान के बारे में बताया। इसके पश्चात तीन समानांतर तकनीकी सत्र चलाए  गए जिसमें 20 आमंत्रित वैज्ञानिकों ने व्याख्यान दिया।
इस मौके पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के संयोजक प्रो. नंदगोपाल साहू ने कॉन्फ्रेंस की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की तथा प्रतिभागियों ने फ ीडबैक दिए। विजेताओं को पुरस्कार एसएसजीयू विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के कुलपति प्रो. सतपाल सिंह बिष्ट तथा कुलपति कुमाऊं विश्वविद्यालय प्रो. दीवान सिंह रावत  ने प्रदान किए।इस अवसर पर प्रो. बिष्ट ने कहा कि नैनो पार्टिकल बहुत महत्वपूर्ण हैं जो जीवन को नई दिशा देने के लिए कारगर हैं। यह भविष्य के शोध के आधार है। कुलपति प्रो. दिवान सिंह रावत ने कहा कि विश्वविद्यालय में शोध की प्रवृत्ति बड़े तथा हमारे स्वाधार्थी विश्व पटल पर योगदान कर सके, यह इस कॉन्फ्रेंस की सफलता है। कार्यक्रम का  संचालन सह संयोजक  प्रो. गीता तिवारी ने किया जबकि विभागाध्यक्ष रसायन विज्ञान विभाग प्रो. चित्रा पांडे ने सभी को धन्यवाद दिया।

तीन दिनी सम्मेलन के दौरान आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता में ऊर्जा विषय पर नैनीताल की दीक्षा भट्ट ने पहला, राहुल कुमार झा ने दूसरा व  दुष्यंत सूथार पुणे ने तीसरा स्थान हासिल किया। कार्यात्मक सामग्री में प्रोफेसर गंगा बिष्ट मेमोरियल पुरस्कार प्रियंका हालसी देहरादून, संजीब घोष धनबाद व दिव्या महार नैनीताल,सचिन कुमार डी पटे,सुहानी शर्मा नई दिल्ली ने हासिल किया। सतत पर्यावरण एवं नैनो प्रौद्योगिकी के प्रोफेसर सी के दास स्मृति पुरस्कार में कौस्तव साहू खडग़पुर,डॉ. सुमित कुमार मद्रास, प्रकाश यादव ग्वालियर रहे जबकि मौखिक प्रस्तुति के परिणामों में ऊर्जा विषय में मनु शर्मा नोएडा, खुशबू कुमारी धनबाद, अरुण बुंघानी पंतनगर (उत्तराखंड) विजयी रहे जबकि कार्यात्मक सामग्री अणु के तहत प्रोफेसर गंगा बिष्ट मेमोरियल पुरस्कार क्रमश: प्रशंसा गुप्ता दिल्ली एनसीआर, पूनम महेंदिया, नोएडा, शिवानी सोनी राजस्थान तथा फातिमा अली हुसैन दिल्ली ने हासिल किए। 

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