नैनीताल :::- कुविवि के नवनियुक्त परीक्षा नियंत्रक डॉ० महेंद्र राणा नए कार्यभार के साथ मिली ढेरों चुनौतियों का सामना पूरी तत्परता के साथ कर रहे हैं। उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती पुराने परीक्षा परिणाम जारी करना और आगामी नई परीक्षाओं की युद्धस्तर पर तैयारी करना है। साथ ही विषय विशेषज्ञों, परीक्षकों और मॉडरेटरों का नया पैनल भी तैयार करना है।

परीक्षा नियंत्रक का पदभार संभालने के तुरंत बाद डॉ० राणा द्वारा परीक्षा एवं गोपनीय अनुभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की बैठक कर जहाँ रुके हुए परीक्षा परिणामों की जानकारी ली वहीँ त्रुटिरहित परीक्षा परिणाम घोषित करने पर शीघ्रता से काम किया। उनके द्वारा परीक्षा परिणामों के विलम्ब से आने के कारणों जैसे मूल्याकंन कार्य, आंतरिक अंकों के पोर्टल में अपलोड किये जाने एवं परिणाम प्रसंस्करण पर विचार-मंथन करते हुए जवाबदेही भी तय की गई।

अपने पूर्व के कार्यानुभव का लाभ उठाते हुए डॉ० राणा ने पदभार संभालने के मात्र 5 दिनों में जहाँ बी०ए० एवं बी०कॉम० के चतुर्थ सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम को घोषित किया वहीं दोनों बड़े परीक्षा परिणाम जीरो आईएनसी के साथ घोषित किये। समय पर परीक्षा परिणाम घोषित करने पर प्रतिबद्ध डॉ. राणा का मानना है कि विश्वविद्यालय द्वारा परिणाम जारी करने में जितनी देरी होगी, स्टूडेंट्स को उतनी ही मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। विद्यार्थियों के भविष्य को सुरक्षित करने हेतु परीक्षा एवं गोपनीय अनुभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को टीम भावना के साथ लयबद्ध कार्य करना होगा।

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