नैनीताल:::-  कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर के रसायन विज्ञान विभाग तथा प्रो.राजेन्द्र सिंह नैनो साइंस सेंटर, कोरिया विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान के रैम्प कन्वर्जेंस रिसर्च सेंटर के सहयोग से बीरवार से नैनीताल में इन एनर्जी, फंक्शनल मैटीरियल, मॉलिक्यूल्स एंड नैनो टैक्नोलॉजी एंड नेशनल वर्कशाप ऑन सालिंड वेस्ट मैनेजमैंट विषयक तीन दिवसीय अंर्तराष्ट्रीय सम्मेलन शुरु हो गया है।
इससे पूर्व सम्मेलन के मुख्य अतिथि प्रो. डी. पी. सिंह  (पूर्व अध्यक्ष यूजीसी ) तथा विशिष्ट अतिथि प्रो. राकेश भटनागर  (पूर्व कुलपति) तथा कुविवि के कुलपति प्रो.दीवान सिंह रावत तथा  प्रो. वान कुक चोई (कोरिया) ने दीप जलाकर सम्मेलन का शुभारंभ किया जबकि सम्मेलन के आयोजकों की ओर से सभी अतिथियों का  पुष्प गुच्छ तथा शॉल ओढाकर स्वागत किया गया तथा प्रतीक चिन्ह   भेंट किया गया ,जबकि सम्मेलन का संचालन प्रो. गीता तिवारी ने किया। अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में अतिथियों द्वारा सारांश बुक का विमोचन किया गया जिसमें सम्मेलन में प्रस्तुत किए जाने वाले अनुसंधान पत्रों और प्रमुख विषयों का सारांश शामिल था।  इस मौके पर प्रो. चित्रा पांडेय  (डीन विज्ञान संकाय) द्वारा सभी का स्वागत किया गया।  अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के संयोजक प्रो. नंद गोपाल साहू ने तीन दिन के कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की।


मुख्य अतिथि कुलाधिपति प्रो. धीरेंद्र पाल सिंह (कुलाधिपति टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस मुंबई)  ने अनुसंधान और नवाचार के महत्व पर प्रकाश डाला और बताया कि ऊर्जा, नैनो प्रौद्योगिकी और कार्यात्मक सामग्री भविष्य की चुनौतियों से निपटने में कितनी महत्वपूर्ण है। प्रो. सिंह  ने कहा कि नवीन अनुसंधान और तकनीकी विकास समाज की प्रगति का मार्ग प्रशस्त करते हैं और इस क्षेत्र में शोधकर्ताओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।
सम्मेलन में दक्षिण कोरिया के चेयर पर्सन योंग चेई जंग कोरिया विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान के रैम्प कन्वर्जेंस रिसर्च सेंटर के प्रोफेसर ने कहा कि पॉलिमर के सहयोग से शोध कार्य को नई दिशा दी जा सकती है जिससे विकास को नई गति मिलेगी ।  विशिष्ट अतिथि  पूर्व कुलपति प्रो. राकेश भटनागर  ने डेवलेपमेंट  ऑफ  जेनेटिकली  इंजीनियर वैक्सीन थेराप्यूटिक  एंटी बॉडीज एजेंट एंथ्रेक्स विषय पर व्याख्यान दिया, जिसे शहीद राजगुरु कॉलेज ऑफ  एप्लाइड साइंसेज फॉर वुमेन में आयोजित किया गया था।
कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल के कुलपति प्रो. दीवान सिंह रावत का मुख्य भाषण एक अणु की खोज की कहानी जो असाध्य रोग पार्किंसन के लिए दूसरे मानव क्लीनिकल ट्रायल तक पहुँचा,समापन पर में डॉ. महेश चंद्र आर्य कुमाऊँ विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग ने सभी के प्रति धन्यवाद किया। की नोट  प्रो. स्वामीनाथन  शिवरामए पुणे ने छिद्रयुक्त बहुलक संरचना: गुणधर्म और अनुप्रयोग विषय पर भाषण दिया। इस मौके पर  50 से ज्यादा शोधार्थियों  ने अपना शोध प्रस्तुत किया। सम्मेलन में 250 से ज्यादा प्रतिभागी शामिल रहे।
सम्मेलन में  प्रो. गणेश पांडे, प्रो. ए बी मेलकानी, प्रो. के बी मेलकानी, प्रो.ललित तिवारी,प्रो.एंथनी,डा. विमलेश,डॉ विजय कुमार,प्रो.मोहंती,प्रो.  हाजरा, डॉ ललित मोहन,डॉ सोहेल जावेद ,डॉ मनोज धूनी,डॉ अंचल अनेजा, डॉ पैनी जोशी, डॉ भावना पंत,डॉ दीपशिखा  जोशी,डॉ आकांशा रानी, प्रो. एच  मिश्र, प्रो. मोहन सिंह मेहता, डॉ गिरीश खर्कवाल,डॉ चेतना तिवारी,डॉ कुंदन सिंह, डॉ सुनील ढाली,डॉ गौरव,डॉ भास्कर बोरा, डॉ  शाहिद हुसैन तथा डॉ. दुयांग चोई सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

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