नैनीताल:::- राजकीय जिला अस्पताल बीडी पांडे में सुरक्षित मातृ दिवस के अवसर पर शुक्रवार को गर्भवती महिलाओं को स्त्री रोग विशेषज्ञ द्वारा जागरूक किया गया। जिसमें मरीजों व उनके तिमारदारो को मातृ मृत्यु और शिशु मृत्यु दर कि जानकारी दी गई।
इस दौरान वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ.द्रौपदी र्गब्याल ने गर्भवती महिलाओं को जागरूक किया उन्होंने बताया कि मातृ मृत्यु दर गर्भावस्था के दौरान या गर्भावस्था की समाप्ति के 42 दिनों के भीतर महिलाओं की मृत्यु की दर है, जो गर्भावस्था से संबंधित कारणों से होती है। गर्भावस्था या प्रसव के दौरान या शिशु के जन्म के बाद होने वाली माँ और शिशु की मृत्यु दर यह स्वास्थ्य और परिवार कल्याण के लिए एक महत्वपूर्ण संकेतक है। शिशु मृत्यु दर 1 वर्ष से कम आयु के बच्चों की मृत्यु दर है। इसके मुख्य कारण स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच, पोषण, शिक्षा, सामाजिक-आर्थिक स्थिति, आर्थिक असमानता है। इससे बचाव के लिए गर्भावस्था के दौरान नियमित रूप से डॉक्टर से जांच करवाना और किसी भी स्वास्थ्य समस्या का पता लगने पर तत्काल उपचार करवाना। बताया की प्रसव के दौरान सुरक्षित और योग्य चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए, प्रसव के बाद भी माता की देखभाल काफ़ी आवश्यक है। ताकि किसी भी जटिलता का पता लग सके और उसका तुरंत इलाज किया जा सके। शिशुओं को जन्म के बाद से 6 महीने तक केवल स्तनपान कराना चाहिए, शिशुओं को सभी आवश्यक टीके लगवाने चाहिए,शिशुओं को उचित और पौष्टिक आहार देना चाहिए।
इस दौरान डॉ. रूचि गुप्ता, मेट्रन शशिकला पांडे,विद्या शुक्ला, विमला चौहान, जानकी कनवाल,चंद्रा सती,दुर्गा टम्टा, जितेश कुमार, पंकज समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

