नैनीताल:::- नैनी महिला एवं बाल विकास समिति सूखाताल द्वारा बहुउद्देशीय वित्त एंव विकास निगम के सहयोग से जीविका अवसर प्रोत्साहन योजना के अर्न्तगत शुक्रवार को ऐपण,रंगोली प्रशिक्षण का आयोजन ऐशडेल कन्या ईन्टर कालेज सूखाताल में किया जा रहा है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ संस्था की पूर्व सदस्या अनीता सिहं, मोहनी बिष्ट,चम्पा देवी द्वारा सयुंक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
इस दौरान अनीता सिंह ने बताया कि विभिन्न अवसरो शादी विवाह, नामकरण, पूजा पाठ, दीपावली तीज त्योहारो आदि में चौकीय उपयोग होती है। उन्होंने चौकियों की जानकारी देते हुए बताया कि दीपावली व अन्य त्योहारों में ऐपण,रंगोली गेरू और चावल के विशवार से बनाए जाते थे किन्तु आज के समय मे यह पेन्ट आदि से बनाए जाते है यह हमारी पारम्परिक लोक संस्कृति है। ऐपण का सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व बहुत अधिक है। उन्होनें बताया कि ऐपण बनाने के लियें तर्जनी अनामिका और मध्यमा को उपयोग किया जाता है। प्रशिक्षार्थियो को यह मन लगा के सीखना चाहिए।
वही चम्पा देवी ने उत्तराखंड के कुमाऊं में समय समय पर प्रेरणादाई परंपरा, रीति रिवाजो प्रथाओं, संस्कारों पर आधारित लोक विधाओं चित्रकला की जानकारी दी।
इस दौरान रजनी, गीता, अंजली, गंगा, तनुजा, गीता, रेनू, पायल, प्रीति, कंचन, नेहा, आशा, आरती, खुशी, ईशा, सुमन, सुनीता,करिश्मा, प्रिया, आरती,गरिमा, अनीता समेत अन्य महिलाएं प्रशिक्षण में मौजूद रहें।
