पिथौरागढ़ :::- संत नारायण स्वामी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नारायण नगर द्वारा चीड़ के जंगलों को आग से बचाने के लिए एक अनूठा और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। महाविद्यालय द्वारा गुरुवार से 01 मई तक चलाया जाएगा । चीड़ के जंगलों में सूखी पत्तियों (पिरूल) के कारण हर साल आग लगने की घटनाएं बढ़ रही हैं, जो न केवल जैव-विविधता को नुकसान पहुंचाती हैं, बल्कि पर्यावरण और स्थानीय समुदायों के लिए भी गंभीर खतरा बनती हैं। इस समस्या से निपटने के लिए कॉलेज द्वारा पिरूल संग्रह का अभियान चलाया। इस अभियान में छात्र-छात्राओं और स्वयंसेवकों ने हिस्सा लिया और जंगलों से सूखी पत्तियों को एकत्रित कर आग के जोखिम को कम करने में योगदान दिया।इस अभियान का उद्देश्य न केवल जंगलों को आग से बचाना है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना और स्थानीय समुदाय को इस दिशा में प्रेरित करना भी है। संग्रहित पिरूल का उपयोग जैव-ऊर्जा उत्पादन, चारकोल निर्माण और अन्य पर्यावरण-अनुकूल उत्पादों के लिए किया जाएगा।
इस दौरान कॉलेज की प्राचार्या प्रेमलता पंत ने कहा की यह पहल पर्यावरण संरक्षण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। हमारा लक्ष्य है कि इस तरह के अभियानों के माध्यम से हम न केवल अपने जंगलों को सुरक्षित रखें, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और हरित पर्यावरण सुनिश्चित करें।
इस दौरान डॉ पंकज कुमार भट्ट,डॉ. सुधीर तिवारी,डॉ. कोठारी,डॉ. शिखर,डॉ दिनेश,डॉ रश्मि, डॉ विवेक, डॉ मनोज,डॉ रविन्द्र , नवीन भट्ट, राजेंद्र कन्याल भोपाल बिष्ट , मनीष पाल,तनुजा,सिमरन, दिव्या समेत अन्य लोग मौजूद रहें।

