नैनीताल :::- अन्तरराष्ट्रीय माहवारी स्वच्छता प्रबंधन दिवस पर मंगलवार को इरा समूह की महिलाओ द्वारा पीरियड्स पर गोष्टी का आयोजन किया । इस दौरान गायत्री दरमवाल ने कहा की समाज और अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए महिलाओं को उसमें शामिल करना ज़रूरी है। केवल सेनेटरी पैड्स या मेंस्ट्रुअल प्रोडक्ट्स की कमी का सामना करना उनके मूल अधिकारों का हनन है। पीरियड्स के दौरान स्वच्छता एक ज़रूरी विषय लेकिन भारत में रूढ़िवाद के चलते इससे जुड़ी अनेक धारणाएं बनी हुई है जिस वजह से इसे अस्वच्छता से जोड़ दिया जाता है और पीरियड्स के दौरान स्वयं का ख्याल और स्वच्छता कैसे रखनी चाहिए उस पर बात नहीं होती है। पीरियड्स के दौरान स्वच्छता का ख्याल न रखने पर संक्रमण, जलन, पीएच संतुलन में बदलाव और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है इतना ही नहीं संकोच और तनाव के कारण दुविधा और मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है। इन सब चुनौतियों को खत्म करने के लिए शिक्षा,जागरूकता,नीतिगत सुधार और बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं से जुड़ी व्यापक रणनीति की आवश्यकता है। धरातल में योजनाओं का क्रियान्वयन, व्यापक मेंस्ट्रुअल हाइजीन को लेकर जानकारी और जागरूकता से ही मेंस्ट्रुअल हाइजीन को बेहतर कर सकते हैं।
इस दौरान मेघा ढैला,कमला बिष्ट ,नीमा , चम्पा, तुलसी ,विमला ,भावना समेत अन्य लोग मौजूद रहें।