नैनीताल :::- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नैनीताल क्लब में कुमाऊं मंडल में गतिमान विकास कार्यों एवम सड़कों के गड्ढा मुक्त अभियान के संबंध में अधिकारियों की वीसी के माध्यम से समीक्षा बैठक ली। समीक्षा बैठक लेते हुए मुख्यमंत्री ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि 22 जुलाई को खटीमा में वीसी का माध्यम से कुमाऊं मंडल के अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे कि आपदा मानकों का अनुपालन करते हुए सड़क निर्माणदाई संस्था प्रस्ताव तैयार कर शासन को उपलब्ध कराए। इसके साथ ही जीर्ण शीर्ण विद्यालयों और आंगनवाड़ी केंद्रों के प्रस्ताव भी उपलब्ध कराए जाए। निर्देशों के बावजूद विभागीय अधिकारियों द्वारा पूरे प्रस्ताव शासन को उपलब्ध नहीं कराए गए है। उन्होंने 20 दिन के भीतर आपदा मानकों का अनुपालन करते हुए अधिकारियों को सड़क, विद्यालय और आगनवाड़ी केंद्रों के प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। तय समय सीमा में प्रस्ताव भेजने के बावजूद यदि किसी खासहाल सड़क, जीर्ण शीर्ण विद्यालय और आगनवाड़ी केंद्र का प्रस्ताव विभागीय अधिकारी ने नहीं भेजा है तो संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी तय करते हुए कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
उन्होंने लक्ष्य के सापेक्ष सड़को को गड्ढा मुक्त अभियान की पूर्ति हेतु 30 नवंबर तक पूर्ति करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही बैठक में यह तथ्य भी सामने आया कि लोनिवि द्वारा पूरी सड़क मार्गों की लंबाई की अपेक्षा लगभग मात्र 30 प्रतिशत सड़कों का लक्ष्य ही गड्ढा मुक्त अभियान के लिए तय किया गया है। 30 प्रतिशत लक्ष्य निर्धारित होने से सड़कों की स्थिति ठीक नहीं हो पाएगी। इसके आलावा कुछ ऐसी सड़के भी है जिनमें पैच रिपेयर के स्थान पर डामरीकरण की आवश्यकता है। सीएम ने लोनिवि को प्रथम चरण में कुल सड़क लंबाई की 50 प्रतिशत सड़कों को गड्ढे मुक्त हेतु लक्ष्य निर्धारित कर प्रस्ताव भेजने और जिन सड़कों में डामरीकरण की आवश्यकता है, उनके प्रस्ताव तैयार प्रेषित करने को कहा।
सीएम ने अधिकारियों को हिदायत देते हुए कहा कि उन्हें अपनी निर्माणाधीन योजनाओं की जानकारी टिप्स में होनी चाहिए। अधिकारी बैठक में प्रतिभाग करने से पहले अपना होमवर्क कर बैठक में सम्मिलित हो।
सीएम ने कहा कि हाल ही में माननीय प्रधानमंत्री के दौरे के बाद मानसखंड और गूंजी को लेकर पर्यटकों और तीर्थयात्रियों द्वारा काफी पूछताछ की जा रही है। निश्चित तौर पर इसका सकारात्मक असर आगमी गर्मियों में देखने को मिलेगा और सैलानियों की संख्या में इजाफा होगा। इसके लिए उन्होंने आयुक्त और डीएम पिथौरागढ़ को तात्कालिक तौर पर पर्यटकों के लिए आवासीय और खान पान की अस्थाई व्यवस्था हेतु प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कुमाऊं में गतिमान कार्यों की समीक्षा के लिए आयुक्त को नियमित मॉनिटरिंग जिससे तय समय पर गुणवत्ता युक्त कार्य पूर्ण हो सके। साथ ही नियमित मॉनिटरिंग से यह फायदा होगा कि शासन स्तर पर भी योजनाओं का फॉलो अप होता रहेगा।
उन्होने कहा कि नशे के खिलाफ अभियान चलाकर ड्रग्स, चरस आदि की सप्लाई चेन को तोडने का कार्य किया जाए। इसके लिए पुलिस विभाग, आयुर्वेदिक,स्वास्थ्य विभाग , युवक मंगल दलों, महिला मंगल दल और अन्य संस्थाओं से भी सहयोग लेकर लोगों को जागरूक करे। उन्होंने कहा कि जो लोग नशे से विरक्त हो चुके हैं उन्हें चिन्हित कर उनसे भी काउंसलिंग कराई जाए। हमारा प्रयास होना चाहिए कि नशा छोड़ चुके व्यक्ति पुनः नशे की गिरफ्त में न आ सके।
इस दौरान सड़क, शिक्षा, पेयजल, कृषि, पर्यटन व लोक निर्माण के अंतर्गत चल रहे विकास कार्यों की जानकारी लेते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को तय समय पर विकास कार्य पूरे करने के निर्देश दिए। बैठक में विधायक नैनीताल सरिता आर्य, राम सिंह कैड़ा, दीवान सिंह बिष्ट, जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, मंडी परिषद अध्यक्ष डा अनिल डब्बू, मंडलायुक्त दीपक रावत, आईजी डा योगेंद्र सिंह यादव, जिलाधिकारी वन्दना सिंह, एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा, सीडीओ डा.संदीप तिवारी के साथ ही कुमाऊ मंडल के समस्त जिलाधिकारी और एस एस पी वीसी से जुड़े हुए थे।

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