नैनीताल:::- 18 सितम्बर को उत्तराखण्ड की बेटी अंकिता भंडारी की निर्मम हत्या को तीन वर्ष पूरे हो रहे हैं। इन तीन वर्षों में प्रदेश में महिला हिंसा थमने के बजाय लगातार बढ़ती ही गई है।
लेकिन नागरिकों, जनसंगठनों और वकीलों के अथक संघर्ष के परिणामस्वरूप न्यायालय ने हत्यारों को आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई। यह फैसला एक उम्मीद की किरण है, मगर न्याय की यह लड़ाई यहीं समाप्त नहीं होती। महिला संगठनों का कहना है कि एकजुट होकर इस मामले की सुनवाइयों पर लगातार नज़र रखनी होगी ताकि दोषियों को किसी भी तरह से जेल से बाहर आने का अवसर न मिले।
इस दौरान गुरुवार को नैनीताल में विशाल प्रदर्शन का आयोजन किया जा रहा है।यह रैली मल्लीताल राम लीला स्टेज से मॉल रोड होते हुए तल्लीताल गाँधी चौक तक निकली। सभा में प्रदेश के नागरिकों, सामाजिक संगठनों, विपक्षी दलों और आम जन से शामिल होकर अंकिता को न्याय दिलाने की इस लड़ाई को मज़बूत बनाने की अपील की गई है। इस दौरान संध्या शर्मा, डॉ. सरस्वती खेतवाल, उमा भट्ट,गुंजीता,कमला,अमित पांडे,
संजय कुमार,सचिन नेगी, हिमांशु भट्ट, सोना बिष्ट,
माया चिलवाल,पंकज भट्ट,दिनेश उपाध्याय,विमला कुमारी,कमला पंत समेत अन्य लोग मौजूद रहें।
