नैनीताल:::- बीडी पांडे जिला चिकित्सालय में सोमवार को विश्व टीबी दिवस के अवसर पर मरीजों और तीमारदारों को टीबी के प्रति जागरूक किया गया। अस्पताल के चेस्ट फिजीशियन डॉ. अभिषेक गुप्ता ने बताया कि हर वर्ष 24 मार्च को विश्व क्षयरोग दिवस मनाया जाता है। जिसका उद्देश्य लोगों को क्षय रोग के प्रति जागरूकता बढ़ाना तथा टीबी के कारण, लक्षण और बचाव के तरीकों के बारे में लोगों को जागरूक करना है। कहा कि इस वर्ष की थीम हम टीबी को समाप्त कर सकते हैं: प्रतिबद्ध, निवेश, उद्धार रखी गई है। टीबी उन्मूलन के लिए विशेष अभियान भी चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि टीबी शरीर के किसी भी अंग में हो सकता है लेकिन यह रोग आमतौर पर फेफड़ों को प्रभावित करता है। जिसमें खांसी, बुखार, थकान और वजन कम होने जैसे लक्षण हो सकते हैं। यह एक संक्रामक बिमारी है और यह बच्चों से लेकर बूढों तक किसी को भी हो सकता है। यदि इसका समय से उपचार करा लिया जाए तो यह आसानी से ठीक हो सकता है। कहा कि अगर किसी भी व्यक्ति को 3 सप्ताह से अधिक समय तक लगातार खांसी हो तो बलगम की जांच अवश्य कराएं। टीबी होने पर मुंह से बलगम आता है, बलगम में खून आता है और व्यक्ति कमजोर होने लगता है तथा टीबी से सम्बन्धित कोई भी लक्षण नजर आएं तो तत्काल नजदीक चिकित्सक से परामर्श लेकर उपचार कराएं।टीबी एक बैक्टीरियम के कारण होती है, जिन लोगों को पहले से टीबी है उनके खांसने से ये बैक्टीरिया हवा में फैल जाते हैं और कोई दूसरा व्यक्ति इस बैक्टीरिया की चपेट में आता है तो उसे टीबी हो सकती है।