नैनीताल :::- कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर में प्रथम अंतरिक्ष दिवस में बड़े स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
चन्द्र के स्पर्श से जीवन की अनुभूति-भारत की अंतरिक्ष गाथा थीम पर आयोजित रसायन विज्ञान विभाग में भाषण और पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन हुआ.
डीन साइंस  प्रो.चित्रा पांडे ने चंद्रयान 3 की सफलता के पीछे इसरो की मेहनत, रणनीति और परिणामों के बारे में शिक्षार्थियों को समझाया. उन्होंने बताया कि समाज के बहुत से आयामों और मनुष्य के जीवन को सुगम बनाने के पीछे इसरो की महत्वपूर्ण भूमिका है. स्वास्थ्य, ऑटोमोबाइल, संचार आदि में प्रयोग हो रही लगभग 78 से अधिक तकनीक को इसरो ट्रांसफर कर चुका है.
कुलपति प्रो  दीवान एस रावत के नेतृत्व में परिसर में  अन्य कार्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है।

इस दौरान  मुख्य अतिथि प्रो. सुची बिष्ट,प्रो. गीता तिवारी, प्रो. सहराज अली, डॉ. सुहेल जावेद, डॉ. पैनी जोशी, डॉ. महेश चंद्र आर्या, डॉ. मनोज धूनी, डॉ. गिरीश खर्कवाल, आंचल अनेजा, डॉ. आकांक्षा रानी, प्रो. अली  प्रो. सीमा पांडे, डॉ. हरिप्रिया पाठक, डॉ. दीपशिखा जोशी, भावना त्रिपाठी, मोहित पांडे, श्वेता पंत, सुमन कोली, सोनिया चौहान, अंजलि रौतेला, अमीषा,किरन, तुबा मिर्जा, विशाल कफ़लिया, तनीषा भट्ट ने किया समेत अन्य लोग मौजूद रहें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You missed