नैनीताल:::- महिला अध्ययन केंद्र कुमाऊँ विश्वविद्यालय द्वारा शनिवार को उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में सेमिनार का आयोजन किया। जिसमें महिला अध्ययन केन्द्र की निदेशक प्रो.नीता बोरा शर्मा ने उत्तराखण्ड राज्य के बारे में कई अहम जानकारी दी और उत्तराखण्ड की महिलाओं के निरन्तर योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड राज्य का निर्माण कैसे हुआ। आज 24 वर्षों में हमने क्या पाया और कहां पर हमें अभी प्रयास करना है।
उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर डॉ.किरन तिवारी ने पीपीटी के माध्यम से उत्तराखण्ड राज्य की भौगौलिक स्थिति से लेकर आज तक के महिलाओं के संघर्ष और उनके प्रयासों के बारे में विस्तार से समझाया। साथ ही उत्तराखंड की संस्कृति और खानपान, जीवन शैली, मंदिरों के प्रकार, कृषि, नदियों और रीति-रिवाज़ पर स्लाइड शो किया गया। जिसमे संस्कृति से रोजगार की अपार सम्भावनाओं पर भी परिचर्चा की गई। साथ ही पलायन, रोजगार और स्वास्थ्य उत्तराखंड की चुनौतियों के बारे में विस्तार से बताया गया। पारम्परिक ज्ञान के संरक्षण और रोजगार सृजन के लिए आगामी दिनों में महिला अध्ययन केन्द्र वर्कशाप का आयोजन करेगा। राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में एमए महिला अध्ययन पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों के साथ-साथ अन्य विद्यार्थियों ने भी भागीदारी की।
इस दौरान सत्येन्द्र तिवारी, खुशबू आर्या, अविनाश जाटव, राकेश कुमार, कृष्ण कुमार समेत अन्य लोग रहे।