नैनीताल:::- गुरुवार को जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के दौरान नैनीताल में राजनीतिक माहौल गरमा गया। कांग्रेस ने चुनाव प्रक्रिया का बहिष्कार करते हुए गंभीर आरोप लगाए कि मतदान के लिए जा रहे उनके समर्थक जिला पंचायत सदस्यों को रास्ते से अगवा कर लिया गया।

कांग्रेस नेताओं का कहना है कि जिला पंचायत कार्यालय के पास से ही कुछ अज्ञात लोगों ने उनके सदस्यों को जबरन वाहनों में बैठाकर ले जाया। यह पूरी घटना कथित रूप से पुलिस की मौजूदगी में हुई, जिसकी वीडियो फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। आरोप है कि पुलिस ने मौके पर कोई कार्रवाई नहीं की।

इस घटना से नाराज सभी कांग्रेसी नेता सामूहिक रूप से हाईकोर्ट पहुंच गए और न्याय की गुहार लगाई। उन्होंने मांग की कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो और चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष बनाया जाए।

जिला पंचायत परिसर व आसपास के इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। मामला अब कानूनी पटल पर पहुंचने से आने वाले दिनों में राजनीति में और हलचल की संभावना है।

पुलिस छावनी में तब्दील हुआ नैनीताल

  जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव को लेकर नैनीताल  पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। एसपी की ओर से ब्रीफिंग के बाद पुलिस ने  जिला पंचायत तक कई बैरिकेडिंग कर दी हैं। वहीं मालरोड की ओर जाने वाले वाहनों को तल्लीताल से राजभवन रोड की ओर डायवर्ड कर दिया है। चुनाव में शांति व्यवस्था बनाने के लिए चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात की गई हैं।

जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में हंगामे के बीच हाईकोर्ट ने सख्ती दिखाते हुए जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को तलब किया। कोर्ट ने निर्देश दिए कि हाईकोर्ट में मौजूद 10 कांग्रेस जिला पंचायत सदस्यों को हाईकोर्ट का सुरक्षा अधिकारी सुरक्षा घेराबंदी में मतदान स्थल तक पहुंचाए और उनका मतदान कराया जाए।

साथ ही, जिन 5 सदस्यों को कथित तौर पर बलपूर्वक उठाया गया है, उन्हें एसएसपी नैनीताल तलाश कर मतदान स्थल तक पहुंचाएं और उनके वोट डलवाएं। कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि जब तक सभी सदस्य मतदान न कर लें, तब तक मतदान का समय बढ़ाया जाए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You missed