नैनीताल :::- कुमाऊं विश्वविद्यालय महिला अध्ययन केंद्र के अंतर्गत स्नातकोत्तर स्तर पर पाठ्यक्रम प्रारंभ कर दिया गया है। इस संदर्भ में सोमवार को विद्यार्थियों के बीच में एक संवाद रखा गया और कार्यशाला का आयोजन किया जिस पर विद्यार्थियों के साथ महिला सशक्तिकरण, लिंग भेद ,महिला सुरक्षा ,महिला कानून, आर्थिक स्वावलंबन स्वरोजगार पर व्यापक रूप से चर्चा की गई। इस अवसर पर महिला अध्ययन केंद्र की निदेशक प्रो. नीता बोरा शर्मा ने सभी विद्यार्थियों को महिला अध्ययन केंद्र की महत्ता और उसके पाठ्यक्रम की महत्व के बारे में बताएं।
डॉ. किरण तिवारी ने विशेष रूप से आर्थिक स्वालंबन पर बल दिया,डॉ. हरदेश कुमार द्वारा विद्यार्थियों को बताया कि उन्हें किस प्रकार से पाठ्यक्रम की तैयारी करनी है। सत्येंद्र तिवारी, अविनाश ,खुशबू के द्वारा सभी विद्यार्थियों को नारीवादी विचारकों के संदर्भ में किस प्रकार से अध्ययन जारी रखना है इस पर प्रकाश डाला प्रकाश डाला। कार्यशाला में राकेश कुमार का विशेष योगदान रहा। विद्यार्थियों ने कोर्स पर प्रवेश लेने पर अत्यंत उत्साह के साथ अपने विचारों को प्रस्तुत किया। भविष्य में केंद्र के द्वारा महिला कानून की व्यापक जानकारी विद्यार्थियों के साथ-साथ स्कूल और विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों और समाज की विभिन्न क्षेत्रों की महिलाओं को देने का निर्णय लिया गया है। केंद्र का मुख्य उद्देश्य यही होगा की पाठ्यक्रम के साथ-साथ सभी विद्यार्थियों को आर्थिक स्वालंबन के संदर्भ में किस प्रकार से कार्य करना चाहिए इसके लिए एक सशक्त पृष्ठभूमि प्रदान की जाएगी ताकि वे 2 वर्ष के इस पाठ्यक्रम के पश्चात स्वयं अपनी स्वरोजगार से या अपनी नेतृत्व की क्षमता से नय आयाम प्राप्त करेंगे।