नैनीताल:::- दीवाली के अगले दिन बुधवार को सरोवर नगरी नैनीताल में पारंपरिक आस्था और श्रद्धा के साथ गोवर्धन पूजा मनाई गई। नगर की गौशाला में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा। श्रद्धालुओं ने विधि-विधान से गौमाता की पूजा-अर्चना कर सुख, समृद्धि और वर्षा की कामना की।
गोवर्धन पूजा के अवसर पर श्रद्धालुओं ने अपने घरों में गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाकर पूजा-अर्चना की। देवी-देवताओं को भोग लगाया गया। गौशाला में गायों को नहलाकर तेल लगाया गया और फूलमालाएं पहनाई गईं। इसके बाद गौमाता को तिलक, फूल, गुड़, चारा और पारंपरिक व्यंजन अर्पित किए गए।
इस दौरान पूजा पंडित बचीराम पंत ने किया। उन्होंने बताया कि इंद्र देव के घमंड को चूर करने के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत उठाया था, तभी से यह पर्व मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि गाय में 33 कोटि देवताओं का वास होता है और इसके पहले हिस्से में लक्ष्मी का निवास होता है।
इस अवसर पर मुन्नी भट्ट, हेमा भट्ट, सुमन साह, उषा, दीपा चौधरी, रमा बिष्ट, बसंती बिष्ट, चंपा वर्मा समेत कई श्रद्धालु उपस्थित रहे।
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नैनीताल : गोवर्धन पूजा पर गौशाला में विधि-विधान से की गई गौमाता की पूजा
