नैनीताल:::- पंचशूल लोकेटर्स के तत्वावधान में शुक्रवार को राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण होने पर ऐतिहासिक गर्व व हर्षोल्लास के साथ एक समारोह मनाया गया। इस अवसर पर 205 साटा यूनिट कैलाखान ने एक स्वर में वंदे मातरम् गीत गाकर माँ भारती को नमन किया और राष्ट्रभक्ति की भावना से ओतप्रोत कर दिया।
कर्नल प्रदीप सिंह अधिकारी ने बताया वंदे मातरम् केवल एक गीत नहीं, बल्कि भारत के आत्मसम्मान, एकता और स्वतंत्रता संग्राम का अमर प्रतीक है। इस गीत ने भारतीय जनमानस में स्वाभिमान और आज़ादी के प्रति जोश भरने का कार्य किया था। आज भी यह गीत हर भारतीय के हृदय में देशप्रेम की भावना को जागृत करता है। वंदे मातरम् हमारे राष्ट्र की आत्मा से जुड़ा गीत है, जो हमें एक सूत्र में पिरोता है और हमारी संस्कृति, गौरव एवं एकता की भावना को सशक्त बनाता है। यह संकल्प लिया कि देशभक्ति और एकता के इस संदेश को हर पीढ़ी तक पहुँचाया जाएगा।
वंदे मातरम की रचना वर्ष 1875 में महान साहित्यकार बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा की गई थी। यह गीत उनकी प्रसिद्ध कृति आनंदमठ का हिस्सा है। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान यह गीत क्रांतिकारियों और जनता के लिए प्रेरणा-स्रोत बना। 1950 में भारतीय संविधान सभा ने इसे आधिकारिक राष्ट्रीय गीत के रूप में स्वीकार किया।

