नैनीताल:::- नैनीताल पैरेंट्स एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन (एनपीसीडब्ल्यूए) भारत में एक अनूठा मंच है जो नैनीताल के माता-पिता और बच्चों को एक साथ लाता है ताकि वे अपने युवाओं को समृद्ध अवसर प्रदान करने के लिए मिलकर काम कर सकें। अपनी कार्यशाला श्रृंखला के हिस्से के रूप में, एनपीसीडब्ल्यूए ने गुरुवार को कुमाऊं विश्वविद्यालय के हर्मिटेज में माइंड ओवर मैटर शीर्षक से अपनी पहली कार्यशाला आयोजित की। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन के साथ शुरू हुआ। जिसमें ड्रग्स पर गहन व्याख्यान, एक इंटरैक्टिव प्रश्नोत्तर सत्र और स्वर्णिम, ख्याति, आशीष, गुलराना और चेष्टा के नेतृत्व में एनपीसीडब्ल्यूए की युवा शाखा का परिचय शामिल था।
सेमिनार में मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर चर्चा की गई, जिसमें नशीली दवाओं के प्रति जागरूकता और रोकथाम पर विशेष जोर दिया गया। कार्यशाला में नैनीताल के प्रमुख स्कूलों के अभिभावकों और बच्चों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता डॉ. गरिमा कांडपाल,डॉ. हर्षवर्धन पंत मौजूद थे। इस दौरान नशीली दवाओं के प्रकारों, दुरुपयोग के मापदंडों और नशीली दवाओं के दुरुपयोग के अल्पकालिक और दीर्घकालिक परिणामों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
इस दौरान कार्यक्रम में मुख्य अतिथि संयुक्त मजिस्ट्रेट वरुणा व एसपी क्राइम हरबंश सिंह रहें। वही संयुक्त मजिस्ट्रेट वरुणा अग्रवाल ने छात्रों के ऊर्जावान समूह को प्रेरित करने वाले संदेश दिए और अपने व्यक्तिगत जीवन के सबक तथा अपने लक्ष्यों तक पहुँचने के दौरान आने वाली चुनौतियों को साझा किया। कहा की अपने फ्यूचर को और बेहतर बनाने की सोचो, कभी हार नहीं माननी चाहिए, बार बार कोशिश करनी चाहिए।
एसपी सिटी हबंस सिंह नें कहा कि मानसिक लचीलापन बनाना और समाज में गलत चीजों को नहीं कहने का विवेक उनके भाषण का मुख्य विषय था।
इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार अफजल हुसैन फौजी ने कहा को सम्बोधित करते हुए कहा कि नशा एक बुरी लत है इससे दूर रहना चाहिए, सबसे बड़ा अपना आत्मबल को मजबूत करना चाहिए, बुरी संगत से दूर रहना चाहिए। अफजल फ़ौजी नें बताया कि किस प्रकार उन्होंने अपनी लत से संघर्ष किया और अधिक मजबूत तथा सफल होकर इससे बाहर निकले। बच्चों को अच्छे भविष्य के बारे में सोचना चाहिए।
कार्यशाला का समापन चित्रकला प्रतियोगिता के साथ हुआ जिसमें 13-16 और 17-21 आयु वर्ग के बच्चों ने भाग लिया। प्रतियोगिता के विषय थे नशे के खिलाफ युवा सशक्तिकरण और नशा मुक्त समाज रहा। प्रतियोगिता के 13-16 वर्ग के विजेता प्रथम पुरस्कार सनवाल स्कूल के प्रियांशु तपोवर्द्धन ,द्वितीय पुरस्कार भारतीय शहीद सैनिक स्कूल के गर्वित नेगी,तृतीय पुरस्कार बीएसएसवी दीया आगरी वही 17-21 आयु वर्ग में प्रथम पुरस्कार सेंट जेवियर्स स्कूल से विपिन चंद्रखंक्रियाल,द्वितीय पुरस्कार सनवाल स्कूल से हबीबा सिद्दीकी, तृतीय पुरस्कार बीएसएसवी से विनीता टम्टा को मिला।
इस दौरान कार्यक्रम में एनपीसीडब्ल्यूए के अध्यक्ष मनीष कुमार, सचिव शेली सूरी कृष्णानी, कोषाध्यक्ष निवेदिता मेहरोत्रा , निर्णायक डॉ. रीना सिंह, प्रो. अशोक कुमार, कुमकुम शर्मा,एकता जोशी, सबीहा हुसैन, सुविद्या कुमार, नेहा छाबड़ा, पुरूषोत्तम कृष्णानी, कृपा कुरुविला प्रतियोगिता की निर्णायक डॉ. रीना सिंह, एसोसिएट प्रो. ललित रहें।