नैनीताल:::- कुमाऊं विवि के डीएसबी परिसर के आट्र्स ऑडिटोरियम में बुधवार को विजिटिंग प्रोफेसर निदेशालय तथा बॉटनी डिपार्टमेंट के द्वारा आयोजित तथा कुमाऊं विश्वविद्यालय तथा यू कॉस्ट द्वारा प्रायोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस इन मॉडर्न ट्रेंड इन मेडिसिनल प्लांट का समापन हो गया।
समापन यानी दूसरे दिन के प्रथम तकनीकी सत्र में पर्यावरण संस्थान कोसी अल्मोड़ा के साइंटिस्ट डॉ.केएस कनवाल ने ऑनलाइन माध्यम से बताया कि औषधीय पौधों का प्रोपेगेशन तथा संरक्षण जरूरी है । डॉ. कनवाल ने कहा कि मेडिसिनल प्लांट बदलते जलवायु परिवर्तन में इकोसिस्टम सर्विसेज को बेहतर करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इकोलॉजिकल नीच मॉडलिंग की जानी जरूरी है। पर्यावरण संस्थान के ही वैज्ञानिक डॉ आशीष पांडे ने कहा कि औषधीय पौधे इकॉनमी का बड़ा हिस्सा है,उन्होंने ग्लोबल टेंपोरल इवोल्यूशन ट्रेंड तथा हिमालई औषधीय पौधों की जानकारी भी दी,बोले कि वर्तमान में चीन में सबसे ज्यादा शोध औषधीय पौधों पर हो रहा है जबकि भारत विश्व का सबसे बड़ा हर्बल चीफ एक्सपोर्टर है।
सचिन शर्मा देहरादून,मनीषा जोशी नैनीताल,शिला सिंह गंगटोक तथा नेहा दास ,मनीषा, चित्रा मौर्य तथा मयंक ने अपना प्रेजेंटेशन दिया। कार्यक्रम में निर्णायक प्रो. आशीष तिवारी,प्रो. सुषमा टम्टा,प्रो. नीलू लोधियाल को शॉल ओढ़ाकर तथा उनका पोट्र्रेट चित्र भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन निदेशक विजिटिंग प्रोफेसर प्रो. ललित तिवारी के साथ ही डॉ हेम जोशी ने किया। प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान पर रही एवं सांत्वना पुरस्कार दिया गया तथा यू कॉस्ट के निर्देशन पर महिला प्रतिभागियों को भी नकद पुरस्कार एवं मेडल दिए गए । विजेताओं को विभागाध्यक्ष प्रो. ललित तिवारी समेत प्रो. आशीष तिवारी,प्रो. सुषमा तथा प्रो. नीलू लोधियाल ने सम्मानित किया तथा डीन साइंस प्रो. चित्रा पांडे ने सभी का धन्यवाद किया । नेशनल कॉन्फ्रेंस में डॉ नवीन पांडे, डॉ. प्रभा,डॉ हर्ष,डॉ हिमानी, मनीषा पांडे,शिवांगी,पूजा गुप्ता, दिशा,हिमानी,वसुंधरा,आनंद, व विशाल तथा सपना आदि उपस्थित रहे।
