नैनीताल ::::- कुमाऊं विश्वविद्यालय की ग्रेडिंग के लिए पुनर्मूल्यांकन में आई राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) की पीयर टीम ने अपना निरीक्षण कार्य पूरा कर लिया है। अब विवि प्रशासन को नैक टीम की तरफ से दिए जाने वाले ग्रेड का इंतजार है। टीम द्वारा अपनी रिपोर्ट ऑनलाइन सबमिट कर दी गई। तीन दिवसीय दौरे के अंतिम दिन शनिवार को टीम के चेयरमैन प्रो.टीवी कट्टीमनी (वाइस चांसलर, इंदिरा गाँधी नेशनल ट्राइबल यूनिवर्सिटी, आन्ध्र प्रदेश) ने देवदार सभागार में एग्जिट मीटिंग की। इसमें नैक टीम ने रिपोर्ट की एक कॉपी बंद लिफाफे में कुलपति को भी दी। इस रिपोर्ट में सिर्फ यह रहता है कि टीम ने जो मूल्यांकन किया, उसमें क्या पाया। फिलहाल यह रिपोर्ट तब तक लिफाफे में ही बंद रहेगी, जब तक नैक से विवि की नई ग्रेड को लेकर रिजल्ट जारी नहीं कर दिया जाता।

नैक पीयर टीम में चेयरमैन प्रो.टीवी कट्टीमनी ने सृजनात्‍मक शिक्षण पर जोर देते हुए कहा कि मौजूदा वक्‍त में जरूरी है कि शिक्षण पद्धति के तमाम नई तकनीक और संसाधनों को अपनाया जाए। उन्होंने कहा कि यदि विद्यार्थियों को आत्‍मनिर्भर बनाना है तो उनके ज्ञान और कौशल के स्‍तर को बढ़ाना होगा। नैक टीम ने स्पष्ट रूप से निरीक्षण में क्या पाया इसको लेकर कुछ भी कहने से गुरेज किया।

इस अवसर पर कुलपति प्रो. दीवान एस रावत ने नैक पीयर टीम का आभार व्यक्त किया और साथ ही विश्वविद्यालय के सभी प्राध्यापकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों को उनकी मेहनत के लिए साधुवाद दिया।

एक्जिट मीटिंग में निदेशक डीएसबी परिसर प्रो.नीता बोरा शर्मा , कुलसचिव दिनेश चंद्रा, वित्त नियंत्रक अनीता आर्या, निदेशक आईक्यूएसी प्रो. संतोष कुमार, परीक्षा नियंत्रक डॉ. महेंद्र राणा, प्रो.प्रदीप गोस्वामी, प्रो. अतुल जोशी, प्रो. ललित तिवारी, प्रो. संजय पंत, प्रो.एमसी जोशी, प्रो. दिव्या उपाध्याय जोशी , प्रो. गीता तिवारी, प्रो. अनिल कुमार बिष्ट, डॉ.रितेश साह, डॉ. नागेंद्र शर्मा, डॉ. मनीषा सांगुड़ी, डॉ. दीपाक्षी जोशी, उप कुलसचिव दुर्गेश डिमरी, उप कुलसचिव डॉ.संजीव कुमार, एलडी उपाध्याय, कैलाश जोशी समेत अन्य लोग रहें।

नैक पीयर टीम में चेयरमैन प्रो.टीवी कट्टीमनी (वाइस चांसलर, इंदिरा गाँधी नेशनल ट्राइबल यूनिवर्सिटी, आन्ध्र प्रदेश) के साथ प्रो. अपूर्बा रतन घोष (निदेशक, यूजीसी एकेडमिक स्टाफ कॉलेज, द यूनिवर्सिटी ऑफ़ बर्दवान, वेस्ट बंगाल), प्रो.दिनेश कुमार मेहता (एमएम कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी, हरियाणा), प्रो. मुरलीकृष्णा चालला (उस्मानिया यूनिवर्सिटी, तेलंगाना), प्रो.चंद्रकांत बाविस्कर (स्वामी रामानंद तीर्थ मराठवाडा यूनिवर्सिटी, महाराष्ट्र), प्रो. हेमंत शर्मा (प्रो.वाइस चांसलर, जीएनए यूनिवर्सिटी, पंजाब) सम्मिलित रहे।

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