नैनीताल ::- कुमाऊं विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में शुक्रवार को कुलपति प्रो. दीवान सिंह रावत की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय स्तर पर गठित नैक सञ्चालन समिति की एक बैठक आयोजन हुआ। इसमें आईक्यूएसी के साथ ही विभिन्न समितियों के सदस्यों द्वारा प्रतिभाग किया गया। बैठक में कुलपति प्रो.रावत ने नैक के सभी सात मानकों पर खरा उतरने के लिए गठित नैक सञ्चालन समिति को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
ज्ञात हो कि 4 से 6 सितम्बर तक नैक की टीम पुनर्मूल्यांकन के लिए विश्वविद्यालय आ रही है। इसलिए विश्वविद्यालय के तमाम पदाधिकारी एवं कर्मी अंतिम तैयारी को पूरा करने में जुटे हुए हैं। कुलपति प्रो. दीवान सिंह रावत के नेतृत्व में विश्वविद्यालय के अनुभवी प्राध्यापकों एवं कर्मियों की टीम पूरी तन्मयता से काम कर रही है। प्रत्येक दिन कुलपति स्वयं प्रगति की समीक्षा कर रहे है। सब कुछ ठीक रहा तो इस बार नैक टीम का आगमन कुमाऊं विश्वविद्यालय के लिए ऐतिहासिक साबित हो सकता है।
बैठक के दौरान कुलपति प्रो० रावत ने प्रजेंटेशन के माध्यम से सभी गतिविधियों को जाना और बारीकी के साथ समीक्षा की। उन्होंने एकेडमिक कैलेंडर, विद्यार्थियों का रिकॉर्ड और फीडबैक, शिक्षक-स्टाफ प्रोफाइल, रिसर्च पब्लिकेशन व सुपरविजन, लेक्चर, सेमिनार व अन्य आयोजन, विभागीय लाइब्रेरी की स्थिति, पिछले पांच साल की विभागीय गतिविधि, संसाधनों की स्थिति, एल्यूमिनाई रिकॉर्ड, स्पोर्ट्स गतिविधियां, परिसर की ऐतिहासिकता और भवन की स्थिति आदि सभी अभिलेखों को पूर्ण कर जल्द से जल्द वेबसाइट पर डालने को निर्देशित किया।
बैठक में कुलसचिव दिनेश चंद्रा, वित्त नियंत्रक अनीता आर्या, निदेशक आईक्यूएसी प्रो. राजीव उपाध्याय के साथ ही सभी वरिष्ठ प्राध्यापक, नैक सञ्चालन समिति के सदस्य एवं अधिकारी उपस्थित रहे।
कुलपति बोले –
विश्वविद्यालय शिक्षण एवं व्यवस्थाओं में गुणवत्ता सुधार हेतु वृहद स्तर पर विशेष रूप से प्रयासरत है। नैक मूल्यांकन के लिए की गई तैयारियों ने विश्वविद्यालय में एक सकारात्मक और उत्कृष्ट शैक्षिक वातावरण बनाया है। चूंकि यह पुनर्मूल्यांकन है इसलिए हम अधिक सावधान हैं और नैक की ओर से मिले अवसर का फायदा उठाकर उन सभी मुद्दों को हल करने की कोशिश कर रहे हैं जिनके कारण दोबारा मूल्यांकन हो रहा है।