नैनीताल:::- कुमाऊँ विश्वविद्यालय में हिमालय की भू-गतिकीय उत्क्रांति क्रस्टल संरचना, जलवायु, संसाधन एवं आपदा विषय पर दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन जीईएच2025 का शुभारम्भ सोमवार को विश्वविद्यालय के हरमिटेज भवन स्थित देवदार सभागार में हुआ।
मुख्य अतिथि पद्मश्री प्रो. हर्ष के. गुप्ता, प्रख्यात भूवैज्ञानिक एवं भूकंप विशेषज्ञ ने अपने उद्घाटन व्याख्यान में हिमालयी क्षेत्र में भूकंपीय गतिविधियों पर विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि हमें भूकंपों के साथ जीना सीखना होगा। उन्होंने भविष्य के लिए पाँच प्रमुख शोध-विषयों का प्रस्ताव रखा।
विशिष्ट अतिथि डॉ. वी के गहलौत ने हिमालयी भू-गतिकी और जलवायु परिवर्तन के परस्पर संबंधों पर प्रकाश डाला, जबकि प्रो. रोडोल्फो कारोसी (इटली) ने भारत–इटली वैज्ञानिक सहयोग को और सुदृढ़ करने की आवश्यकता पर बल दिया।
कुलपति प्रो. दीवान एस. रावत ने सम्मेलन को वैज्ञानिक सहयोग और नवाचार का सशक्त मंच बताते हुए भूविज्ञान विभाग के योगदान की सराहना की। सह-संयोजक प्रो. राजीव उपाध्याय ने विभाग की उपलब्धियों का उल्लेख किया, जबकि डॉ. रीतेश साह ने आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर देश–विदेश के अनेक प्रख्यात वैज्ञानिक, प्राध्यापक और शोधकर्ता उपस्थित रहे। समारोह का संचालन प्रो. दिव्या उपाध्याय जोशी ने गरिमापूर्ण शैली में किया।
इस दौरान प्रो. चित्रा, प्रो. ललित तिवारी, प्रो. एनवी चेलापति राव, प्रो. एके जैन, प्रो. जी एम भट्ट, डॉ. रॉबिंस, प्रो. कविराज, प्रो. डीसी श्रीवास्तव, प्रो. मनीषा. प्रो. अनीता पांडे, डॉ. रीना, डॉ. अशोक समेत अन्य लोग रहें।
