नैनीताल:::- श्री राम सेवक सभा में रविवार को पौष माह के पहले इतवार को कुमाऊनी संस्कृति के अनुसार होली गायन का शुभारंभ किया गया। जिसमें सबसे पहले राम सेवक सभा में मंदिर में दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम संचालन करते हुए प्रो ललित तिवारी ने बताया कि पौष मास सूर्य देव को समर्पित तथा उनका प्रिय मास है जिसमें निरोग रहने के लिए सूर्य की आराधना और भगवान को रोट भेंट चढ़ाने की परम्परा है। पौष मास के पहले इतवार से निर्वाण की होली गायन की परंपरा है जो बसंत पंचमी शिवरात्रि तक चलेगी। निर्वाण होली भगवान की स्तुति, भक्ति परख के साथ दर्शन, रहस्य अध्यात्म और धार्मिक भाव से भरी होती है।
मुकेश जोशी मंटू ने बताया कि यह होली ईश्वर को समर्पित होती है जिसका आगाज पौष माह के पहले रविवार से शुरू हो जाता है। कहा की होली के माध्यम से अपनी सांस्कृतिक को बढ़ावा दिया जाता है।
वरिष्ठ रंगकर्मी जहूर आलम ने कहा कि राम सेवक सभा में पौष मास से होली गायन का शुभारंभ होता है। विगत कई वर्षों से यह आयोजन होता आ रहा है। इसके जरिए नई पीढ़ी भी अपनी संस्कृति से जुड़े रहती है और इन आयोजनों के माध्यम से नई पीढ़ी अपनी संस्कृति को जानती है और आगे बढ़ाती है। इस प्रकार के आयोजन अपनी संस्कृति के संरक्षण के लिए काफी आवश्यक हैं।
इस दौरान मय्या के मंदिर में दीपक जलाऊंगी, भावभंजन गुन गऊ अपने श्याम को रिझाऊं, न गंगा नहाऊ न जमुना नहाउ, आज बाजी री मुरलिया जमुना किनारे, जतन बिराजे बिराजत रंग, शिव की जटा से निकली गंगा भवसागर में समाई, झूमक आए मोहन गिरधारी श्याम, सुंदरवावा मोहन मतवारे आदि प्रस्तुति दी गई।
कार्यक्रम में मनोज लाल साह, जगदीश बवाड़ी, विमल चौधरी, गिरीश चंद्र जोशी, राहुल, सतीश भट्ट, विमल साह आदि मौजूद रहे।
Happy Holi