नैनीताल:::- सर्वजनिन दुर्गा पूजा कमेटी का 69वां दुर्गा पूजा महोत्सव जारी है। बुधवार को विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान संपन्न कराए। नयना देवी मंदिर में बुधवार को हवन यज्ञ, कन्या पूजन के बाद भंडार किया गया। मुख्य पुजारी
सुभ चक्रवती के नेतृत्व में महानवमी पूजन किया गया।

पंडित नवीन चंद्र तिवारी ने बताया कि भारत में वर्षभर चार प्रकार की नवरात्रियाँ मनाई जाती हैं। इनमें शारदीय और वासंतिक नवरात्रि सर्वाधिक प्रसिद्ध हैं, जबकि आषाढ़ और माघ की गुप्त नवरात्रियाँ होती हैं। शारदीय नवरात्रि शरद ऋतु में आती है और इसे माता प्रकृति की पावन उपासना माना जाता है। इस दौरान भक्तजन नौ दिनों तक व्रत व साधना करते हैं।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार महाशिवरात्रि, जन्माष्टमी और रामनवमी पर एक दिन का व्रत किया जाता है, उसी तरह मां दुर्गा ने भक्तों के कल्याण हेतु नवरात्र के नौ दिन निर्धारित किए हैं। श्रद्धा और सामर्थ्य के अनुसार भक्त फलाहार, एकाहार या निराहार रहकर पूजन करते हैं। विश्वास है कि सच्चे मन से किए गए व्रत और साधना से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।
नवरात्रि के अंतिम दिन नवमी तिथि को विशेष रूप से हवन, पूजन और कन्या पूजन का आयोजन किया जाता है, जिससे मां दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
इस दौरान हवन यज्ञ में यजमान के रूप अध्यक्ष बहादुर बिष्ट
वरिष्ठ उपाध्यक्ष त्रिभुवन फर्त्याल, महासचिव उमेश मिश्रा, कोषाध्यक्ष राकेश कुमार, भास्कर बिष्ट, शिवराज नेगी, दिनेश गुरुरानी, आशीष वर्मा, सुरेश चौधरी, भास्कर मौजूद रहे जिसके बाद मंदिर गेट में भंडारे का आयोजन किया गया।