नैनीताल ::- कुमाऊँ विश्वविद्यालय के त्रैमासिक संवाद पत्र ‘बाखली’ की संपादकीय समिति और संवाददाता सदस्यों की बैठक शनिवार को विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में कुलपति प्रो. दीवान एस. रावत की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में ‘बाखली’ के आगामी संस्करण की विषय-वस्तु, लेखों का चयन और समाचार संकलन पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया।
बैठक में ‘बाखली’ की संपादकीय टीम के सदस्य उपस्थित रहे और आगामी अंकों के लिए नए विचारों और रचनात्मक प्रस्तावों पर चर्चा की गई। ‘बाखली’ के अगले अंक में विश्वविद्यालय की नई योजनाओं, शोध कार्यों, और छात्र गतिविधियों से संबंधित लेख प्रकाशित करने की योजना बनाई गई।
बैठक के दौरान कुलपति प्रो. दीवान एस. रावत ने संवाद पत्र के माध्यम से विश्वविद्यालय की गतिविधियों और उपलब्धियों को प्रसारित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने ‘बाखली’ को विश्वविद्यालय के शिक्षकों, शोधार्थियों, और छात्रों के बीच एक सशक्त संवाद मंच के रूप में विकसित करने के दिशा-निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि 28 अगस्त 2024 को राज्यपाल एवं कुलाधिपति लेफ्टिनेंट जनरल (से नि) गुरमीत सिंह ने राजभवन, देहरादून में कुमाऊँ विश्वविद्यालय के त्रैमासिक संवाद पत्र ‘बाखली’ का विमोचन किया था। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव रविनाथ रामन (आईएएस) भी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर ‘बाखली’ परिवार के अध्यक्ष प्रो. शिरीष मौर्या ने कहा, ” कुलपति प्रो. दीवान एस. रावत के मार्गदर्शन में आयोजित इस बैठक में ‘बाखली’ की गुणवत्ता और व्यापकता को बढ़ाने के लिए जो महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं, वे विश्वविद्यालय के लिए मील का पत्थर साबित होंगे।”
मुख्य संपादक प्रो. संजय घिल्डियाल ने कहा कि ‘बाखली’ को और अधिक पठनीय और उपयोगी बनाने के लिए टीम पूरी तत्परता से कार्य कर रही है। सभी सदस्यों के सहयोग से हम आने वाले अंकों में और बेहतर सामग्री प्रस्तुत करेंगे।
इस दौरान बाखली के सदस्य सचिव केके पाण्डेय, प्रो. अनिल बिष्ट, डॉ. शशि पाण्डे, डॉ. मयंक पाण्डेय, डॉ. महेश चन्द्र आर्य, डॉ. कृतिका बोरा, स्वाती जोशी, सत्येन्द्र तिवारी, हिमांशु समेत अन्य लोग मौजूद रहें ।
