नैनीताल :::- डीएसबी परिसर के वनस्पति विज्ञान विभाग में सोमवार को पृथ्वी दिवस मनाया गया जिसमें मुख्य अतिथि विभागाध्यक्ष डॉ. एसएस बर्गली रहे.
पृथ्वी दिवस हर साल 22 अप्रैल को मनाया जाने वाला एक वैश्विक कार्यक्रम है। यह वैश्विक कार्यक्रम पहली बार 22 अप्रैल 1970 को मनाया गया था। प्रो. एसएस बर्गाली ने विद्यार्थियों को पर्यावरण को स्वच्छ रखने की सलाह दी और बताया कि धरती माता हमारे लिए कितनी महत्वपूर्ण है और हमें अपने पर्यावरण का किस प्रकार ध्यान रखना चाहिए।इस वर्ष की थीम “प्लैनेट वर्सेस प्लास्टिक” है प्रोफेसर एसएस. बर्गली ने बताया कि प्लास्टिक पृथ्वी के लिए कितना खतरनाक है और इसे नष्ट होने में 400 साल से अधिक लगते हैं और हमें प्लास्टिक का उपयोग कैसे कम करना चाहिए, इससे वन्य जीवन को भी नुकसान होता है और वनस्पति विज्ञान के छात्र के रूप में पर्यावरण की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है। विजिटिंग प्रोफेसर निदेशालय निदेशक डॉ. ललित तिवारी ने बताया कि कैसे धरती माता इतनी निस्वार्थ है और हम सभी का भार वहन करती है, आज जनसंख्या 7 अरब हैं और निकट भविष्य में यह संख्या बढ़ेगी और साथ ही समस्या भी बढ़ेगी इसलिए अगर हमें जीना है तो हमें पृथ्वी का ख्याल रखना होगा उन्होंने बताया कि हमारे पर्यावरण की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है। हमें पृथ्वी का संरक्षण करना चाहिए और सतत विकास पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए सभी प्राध्यापकों और छात्रों ने मिल कर फोएनक्स डाक्टयलीफेरा (खजूर) का पौधा लगाया। इस दौरान कार्यकम में प्रो.किरन बर्गली, प्रो. सुषमा टम्टा, प्रो. नीलू लोधीयाल, प्रो. अनिल बिष्ट, प्रो. कपिल खुलबे, डॉ. हर्ष चौहान, डॉ.नवीन चन्द्र पाण्डे, डॉ.प्रभा पंत, डॉ. हिमानी कार्की समेत अन्य लोग मौजूद रहें।