नैनीताल :::- जिलाधिकारी वन्दना सिंह की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय गोट वैली क्रियान्वयन, मूल्यांकन एवं अनुश्रवण समिति की बैठक सम्पन्न हुई। युवाओं और महिलाओं को स्वावलंबी बनाए जाने के उद्देश्य को लेकर जनपद के बेतालघाट विकासखंड में गोट वैली विकसित की जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि इससे लोग स्वरोजगार से जुड़ेंगे और उनकी आर्थिकी सशक्त होगी। वहीं दूसरी ओर परंपरागत बकरी पालन के कार्य को उद्यम के रूप में स्थापित किया जाएगा।

जिलाधिकारी ने कहा कि गोट वेली को विकसित किए जाने का उद्देश्य बकरी पालन के असंगठित क्षेत्र को संगठित क्षेत्र में विकसित करना है। साथ ही बकरी पालकों को गोट वैली के माध्यम से वर्ष भर आजीविका में वृद्धि हेतु अवसर देते हुए उनकी आय को बढ़ाना है। इसके जरिए वेली को क्लस्टर के रूप में विकसित किया जाएगा। इस योजना के तहत लाभार्थी चिन्हीकरण हेतु सीवीओ डा डीसी जोशी को इस कार्य हेतु इच्छुक फार्मर्स का चयन करते हुए उन्हें योजना की पूरी जानकारी उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया, योजना के तहत बकरी पालकों को 21 बकरी( 20 मादा +01 नर) की इकाई रहेगी तथा एक गोट वैली में न्यूनतम 100 या उससे अधिक बकरी की इकाई स्थापित की जाएगी। डीएम ने एक वैली में 05 से 10 किलोमीटर क्षेत्र के गांवों को ही इस योजना से जोड़ने की बात कही जिससे एक बेहतर क्लस्टर स्थापित हो सके और उन्हें पूरा तकनीकी सहयोग मिल सके।

साथ ही योजना की सफलता हेतु सीवीओ को अन्य सफल मॉडल का अध्य्यन करने के लिए निर्देशित किया।

जिलाधिकारी ने परियोजना निदेशक को निर्देश देते हुए कहा कि गोट वैली योजना का मनरेगा से कन्वर्जन कर गोट वैली योजना के लाभार्थियों को अन्य सहयोगात्मक लाभ भी दिया जाए। बैठक में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. जोशी ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से गोट वैली योजना के बारे में बताते हुए कहा कि गोट वैली योजना का उदेश्य एक क्षेत्र विशेष में लोगों को बकरी पालन के लिए प्रोत्साहित करना है।

बैठक में पीडी अजय सिंह, सहकारिता से डीसी नपलच्याल, वीओ डा.हरजीत सिंह, डा. नेहा चौधरी, डा.पवन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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