नैनीताल::- बीजेपी की डबल इंजन सरकार की जनविरोधी नितियों के खिलाफ सोमवार को नैनीताल में कांग्रेसियों ने सडक़ में उतरकर जनाक्रोश रैली निकाली। इस दौरान आक्रोशित कांग्रेसियों ने पहले मल्लीताल स्थित पंत पार्क में सभा की,जिसे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने संबोधित किया,बाद में हजारों की संख्या में कांग्रेसी माल रोड होते हुए तल्लीताल फांसी गधेरे पहुंचें जहां पर पुलिस ने रैली को बेरेकेटिंग लगा कर रोक दिया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ तीखी झड़प हुई जिसके बाद नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य व पूर्व विधायक संजीव आर्य,नैनीताल के पूर्व पालिकाध्यक्ष सचिन नेगी समेत अन्य लोग बैरिकेडिंग के पार पहुंच गए जिसे पुलिस कर्मियों ने सभी को बमुश्किल काबू में किया। बाद में आयुक्त दीपक रावत ने मौके पर पहुंचकर कांग्रेसियों का ज्ञापन लिया।
बता दें कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन मेहरा और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के नेतृत्व में हजारों की संख्या में कांग्रेसियों ने भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों,महंगाई,महिलाओं के साथ हिंसा के साथ ही कई अन्य मुद्दों को लेकर जनाक्रोश रैली निकली। रैली में नैनीताल के साथ हीहल्द्वानी,बेतालघाट,ऊधम सिंह नगर समेत कुमाऊं के अधिकांश जिलों से कांग्रेस कार्यकर्ता जनाक्रोश रैली पहुंचे थे।
मल्लीताल पंत पार्क में रैली से पूर्व हुई सभा में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार तेजी से बढ़ रहा है। प्रदेश में बेरोजगारी, तथा पलायन तेजी से बढ़ा है। विकास की दौड़ में उत्तराखंड लगातार पीछे खिसक रहा है। भा ज पा सरकार ने उत्तराखंड की प्राकृतिक संपदा, नदी व जंगलों को भी बाहरी राज्य के लोगों को बेचकर उत्तराखंड के लोगों का के अधिकारों से खिलवाड़ किया जा रहा है।
उत्तराखंड प्रभारी प्रकट सिंह ने कहा कि सरकार की जन विरोधी नीतियों के चलते जनता में काफी आक्रोश है और आज के जन सैलाब से यह स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है।भाजपा सरकार को घेरते हुए वक्ताओं ने कहा कि सरकार हर मोर्चे पर विफ ल हो चुकी है। कहा कि निकाय चुनाव कराने की सरकार की मंशा नहीं है। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष करन मेहरा ने कहा कि भाजपा सरकार से प्रदेश की जनता परेशान है उन समस्याओं से निजात दिलाने की मांग को लेकर कांग्रेस प्रदर्शन कर रही है। कहा कि कृषि सुधार और नए उद्योग परियोजनाओं की पहाड़ में स्थापना न होने के कारण लोगो का शहरों की और पलायन बना हुआ है। आपदा से प्रभावित मोटर मार्गों एवं सिंचाई नहरों का पुर्ननिर्माण हो।
पूर्व विधायक संजीव आर्य ने कहा कि भाजपा सरकार की 2022 में किसानों की आय दोगुना करने की घोषणा कोरी साबित हुई है। आज किसान महंगे बीज व दवाएं लागत के कारण खेती करना छोड़ रहे है । राज्य के किसानों को एमएसपी शीघ्र दी जाय। हम आगे भी अन्य जगहों पर इस तरह का कार्यक्रम आयोजित करेंगे। हमारे राज्य निर्माणकारी, राज्य आंदोलनकारियों के सपनों को हम पूरा करना चाहते हैं।
इस दौरान नैनीताल नगर अध्यक्ष अनुपम कबडवाल,जिलाध्यक्ष राहुल छिमवाल, उप नेता प्रतिपक्ष भुवन कपड़ी, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा, हरियाणा के विधायक व उत्तराखंड कांग्रेस प्रभारी हरेंद्र सिंह, पूर्व विस अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, महिला कांग्रेस कमेटी की जिलाध्यक्ष खष्टी बिष्ट, गोपाल बिष्ट, सतीश नैनवाल, मुकेश जोशी, खष्टी बिष्ट, हिमांशु पांडे, मुन्नी तिवारी, डॉ. महेंद्र पाल, डा.सरस्वती खेतवाल, सचिन नेगी,पूर्व जिलाध्यक्ष सतीश नैनवाल, डॉ. नैन सिंह पाल, जसपुर विधायक आदेश चौहान, पूर्व विधायक खटीमा गोपाल सिंह राणा,हल्द्वानी विधायक सुमित हरदेश, राजेंद्र सिंह कनवाल, डॉ सुरेश डालाकोटी,हरेंद्र सिंह, हरी शंकर कंसल,मनमोहन सिंह कनवाल,
पूर्व विधायक प्रो. जीत राम, पूर्व लालकुआं विधायक हरीश दुर्गापाल,हरीश पनेरू,ललित जोशी,जया कर्नाटक, उषा जोशी, मनोज तिवारी, त्रिभुवन सिंह र्तियाल, धीरज बिष्ट, किशन सिंह नेगी,कुंदन सिंह बिष्ट,सपना बिष्ट, डीएस मेहता,अनिल निगाडी, कमलेश,डा.गणेश उपाध्याय,भावना बिष्ट, डा.भावना भट्ट, सैयद नईम मून, गोपाल बिष्ट, भूपेंद्र सिंह बिष्ट, सुहेल सिद्दीकी,रईश भाई, पीके शर्मा, गिरीश पपनै,अवतार सिंह, रुचिर साह, राजेंद्र व्यास,हेमंत बगडवाल आदि हजारों कांग्रेसी मौजूद रहे। सभा का संचालन जिलाध्यक्ष राहुल छिमवाल व पूर्व जिलाध्यक्ष सतीश नैनवाल ने किया।
जन आक्रोश रैली में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आने से रोकने का आरोप लगाते हुए नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कुछ अधिकारी भाजपा सरकार की साथ में काम कर रहे हैं। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी कार्यकर्ताओं को रैली में नहीं आने दे रहे हैं। इसके अलावा कई अन्य स्थानों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कार्य करने से अधिकारी रोक रहे हैं। ऐसे अधिकारियों की कांग्रेस ने लिस्ट बना ली है। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जनाक्रोश रैली के दौरान किसी प्रकार की घटना ना हो इसको लेकर पुलिस प्रशासन सुबह से अलर्ट मोड में नजर आया। कमिश्नरी कार्यालय जाने वाले मार्ग को पुलिस ने बेरेकेटिंग लगाकर बंद कर दिया। इसके अलावा शहर के सभी प्रवेश द्वारों पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात रहा। रैली के दौरान शहर में आने वाले वाहनों से जाम न लगे इसके लिए डीएसए खेल मैदान में कार पार्किंग की व्यवस्था की गई।