नैनीताल /रामगढ़:::- आयुक्त/सचिव मुख्यमंत्री दीपक रावत ने  मंगलवार को रामगढ़ ब्लॉक के विभिन्न स्थलों का भ्रमण एवं निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने स्थानीय नागरिकों द्वारा उठाए गए कई महत्वपूर्ण मुद्दों की जमीनी स्थिति का जायज़ा लिया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

भ्रमण के दौरान ग्राम सतौली के एक शिकायतकर्ता द्वारा दी गई शिकायत की जांच की गई, जिसमें बताया गया था कि एक गुरुग्राम स्थित कंपनी द्वारा गांव में एक बड़े बजट का होटल प्रोजेक्ट निर्माणाधीन है, जो संभवतः वन पंचायत की भूमि पर हो सकता है।

निरीक्षण में यह तथ्य सामने आया कि क्षेत्र में 176 हेक्टेयर वन पंचायत भूमि के अभिलेख उपलब्ध नहीं हैं, जो संभवतः इसी भूमि से संबंधित है। इस पर आयुक्त ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वन पंचायत की भूमि की पहचान की जाए, और यह सुनिश्चित किया जाए कि परियोजना में कितनी भूमि का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने पाया कि निर्माण के लिए आवश्यक अनुमति प्राप्त नहीं की गई है, जिस पर उन्होंने निर्माण स्थल पर मौजूद जेसीबी मशीनों को सीज करने और आवश्यक चालान करने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने कहा कि इस विषय का स्वयं निरीक्षण करेंगे।

भ्रमण के दौरान आयुक्त जब भीमताल–भवाली मार्ग से गुजर रहे थे, तब एक निर्माण स्थल के समीप एक स्कूटी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। जांच में ज्ञात हुआ कि पिछले एक माह में लगभग 17 दोपहिया वाहन दुर्घटनाएँ इसी क्षेत्र में निर्माण मलबे के कारण हुई हैं। यह निर्माण कॉन्ट्रैक्टर प्रशांत वर्मा द्वारा किया जा रहा है। इस पर आयुक्त ने सचिव प्राधिकरण को तत्काल जांच करने के निर्देश दिए और जेई प्राधिकरण को कारण बताओ नोटिस (शो-कॉज) जारी करने के आदेश दिए, यह कहते हुए कि ऐसी घटनाओं पर नियंत्रण न होना लापरवाही है। साथ ही, उन्होंने निर्माण करने वाले कॉन्ट्रैक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

इसके अतिरिक्त, आयुक्त ने भ्रमण के दौरान पाया कि एक निजी विद्यालय की 9 सीटर वैन में 23 बच्चे स्कूल से ले जाए जा रहे थे। उन्होंने तत्काल वाहन को सीज करने, चालक का लाइसेंस जब्त करने के निर्देश दिए एवं विद्यालय के प्रधानाचार्य को बुलाकर कड़ी चेतावनी दी। संबंधित अधिकारियों को इस प्रकरण में आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।

आयुक्त ने अपने भ्रमण के दौरान रामगढ़ के प्राथमिक एवं माध्यमिक सरकारी विद्यालयों का भी निरीक्षण किया, जहाँ व्यवस्थाएँ संतोषजनक पाई गईं। भ्रमण के दौरान स्थानीय नागरिकों ने उनसे भेंट की और अपनी समस्याएँ साझा कीं। आयुक्त ने सभी शिकायतों को ध्यानपूर्वक सुना, कुछ मामलों में अधिकारियों को तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिए और कुछ मामलों में स्वयं संज्ञान लेने की बात कही।

निरीक्षण के दौरान अधीक्षण अभियंता, पी डब्लू डी धर्मसत्तू, सचिव प्राधिकरण विजय नाथ शुक्ला, उपजिलाधिकारी नैनीताल नवाज़िश खलिक, जिला पर्यटन अधिकारी अतुल भंडारी के साथ वन विभाग एवं राजस्व विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

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