नैनीताल:::-  नगर के प्रतिष्ठित विद्यालय ऑल सेंट्स कॉलेज मे प्रधानाचार्या किरन जरमाया के दिशा निर्देशन मे  के पीएमजी इंटरनेशनल कंपनी के तत्त्वधान मे कक्षा 6 से 12 तक की छात्राओं के लिए ‘साइबर सिक्योरिटी’ जैसे गंभीर मुद्दे पर इंटरएक्टिव सत्र का आयोजन किया गया।

सत्र की मेज़बानी के पी एम जी इंटरनेशनल की बंगलौर शाखा के प्रबंधक  हर्षित पांडे ने की।

इस दौरान उन्होंने बच्चों को बताया कि हम सभी डिजिटल दुनिया की तरफ तेजी से आगे बढ़ रहे हैं और तकनीकी नवीनीकरण के क्षेत्र में इंसानों ने अद्वितीय प्रगति कर लिया है, जिसका लाभ हर किसी को मिल रहा है। लेकिन विज्ञान का दुरुपयोग होने के कारण साइबर अपराध भी तीव्रता से अपना पैर पसार रहा है।

उन्होंने छात्राओं से सोशल मीडिया ऐप्स, ट्रेंडिंग ऐप्स और गेम्स के बारे में चर्चा की। बच्चों को इंटरनेट एक्सेस करने के कानूनी पहलुओं जैसे कानूनी उम्र, नैतिकता और सोशल मीडिया और गेमिंग के उपयोग के नियमों के बारे में बताया गया और छात्राओं को वास्तविक और आभासी जीवन को विवेकपूर्ण तरीके से संभालने की सलाह दी गई। छात्राओं को साइबर बुलईंग, हैकिंग, फिशिंग, क्लोनिंग, डेटा चोरी, डिजिटल धोखाधड़ी और ग्रूमिंग जैसी विभिन्न शब्दावली से परिचित कराया गया। दर्शकों को एथिकल हैकिंग और हैकिंग के बीच के अंतर को स्पष्ट किया गया और डिजिटल व्यक्तित्व के परिणामों के बारे में बताया गया।

हर्षित पांडे वीडियो और कहानियों के माध्यम से छात्राओं को डेटा की गोपनीयता और सुरक्षा के प्रति जागरूक रहने के गुर भी सिखाये। उन्होंने सभी को दो-चरणीय सत्यापन, टिप्पणी नियंत्रण, एक मजबूत पासवर्ड का उपयोग करने आदि जैसे विभिन्न तरीकों से अवगत कराया, जिसे छात्राएं साइबर अपराध से बचने के लिए अपना सकते हैं।

साथ ही उन्होंने छात्राओं को साइबर उत्तरदायित्व भी समझाए और ऑन लाइन जिम्मेदारी, सम्मान, करुणा, लचीलापन और अखंडता पर जोर दिया। भारत के साइबर कानूनों को भी सभी के साथ साझा किया गया। उन्होंने छात्राओं को बताया कि किस प्रकार हमारी एक छोटी सी भूल हमें बड़ी मुसीबत मे डाल सकती है। उन्होंने छात्राओं को बताया कि पहले तो इंटरनेट की दुनिया में सम्पूर्ण सजगता के साथ कदम रखें और यदि किसी भी प्रकार की भूल हो जाए तो किसी भी भरोसे मंद वयस्क जैसे कि अपने अभिभावक या अध्यापकों से मदद लें।

कार्यक्रम के अंत मे प्रधानाचार्या किरन जरमाया ने सत्र को ज्ञानवर्धक और प्रासंगिक बताते हुए कहा कि अब जब बहुत ही जल्द छात्राएं दीपावली की छुट्टियों के लिए अपने घर जायेंगी तो उनके पास सभी नवीन डिजिटल उपकरण मौजूद रहेंगे और ऐसे मे छात्राओं को अपनी ऑन लाइन जिम्मेदारी का एहसास होना बहुत ही महत्वपूर्ण है।

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