नैनीताल :::- भारत रक्षा मंच नैनीताल की ओर से मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर बांग्लादेश में हिंदू, बौद्ध और ईसाई अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के विरोध में पंत पार्क मल्लीताल में जन सभा आयोजित की गई जिसके बाद पंत पार्क से मालरोड होते हुए तल्लीताल गांधी चौक तक एक भारी नारेबाजी के बीच विशाल जनाक्रोश रैली निकाली गई,बाद में गांधी चौक पर एडीएम फिंचा राम चौहान के माध्यम से राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा गया। दिन भर चले इस कार्यक्रम में नैनीताल समेत भीमताल, बेतालघाट, भवाली, रामगढ़ तथा मुक्तेश्वर आदि क्षेत्रों के हजारों लोगों ने प्रतिभाग किया।
इस दौरान मुख्य वक्ता के रुप में अनंत विभूषित जगद्गुरु शंकराचार्य, स्वामी अनंतानंद सरस्वती राजगुरु मठ पीठाधीश्वर काशी, स्वामी करुणाशंकर महाराज महामंडलेश्वर राजगुरु मठ शिवाला धार काशी समेत प्रांत संगठन मंत्री धर्मजागरण विभाग उत्तराखंड कोटद्वार ऋतुराज, प्रांत संगठन मंत्री भारत रक्षा मंच उत्तराखंड आशीष बाजपेई, जिला प्रचारक राहुल, नैनीताल विधायक सरिता आर्या, भीमताल विधायक राम सिंह कैड़ा, रजिस्ट्रार बिड़ला डॉ. हेम पांडे, एडीजीसी रामसिंह रौतेला, डा. दीपक मेलकानी, राजेंद्र सिंह बिष्ट, रमेश जीना, नवीन भट्ट, अरविंद सिंह पडियार, डॉ. मोहित सिंह रौतेला, दया किशन पोखरिया, कामेश्वर प्रसाद काला, आनंद सिंह बिष्ट आदि सहित समस्त नगरवासी मौजूद रहे साथ ही सुरक्षा के नजरिए से मौके पर पुलिस बल भी तैनात रहा।
ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रपति से मांग की गयी कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद और अन्य अंतरराष्ट्रीय निकायों की ओर से एक स्वतंत्र जांच आयोग गठित किया जाए जो बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों की निष्पक्ष और विस्तृत जांच करे,बांगलादेश सरकार यह सुनिश्चित करे कि धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा और भेदभाव में शामिल कट्टरपंथियों को न्याय के दायरे में लाया जाए और उन्हें कठोर सजा दी जाए तथा हिंसा और उत्पीडऩ से प्रभावित अल्पसंख्यक समुदायों के पुनर्वास के लिए बांग्लादेश सरकार विशेष योजनाएँ बनाए और उनके आर्थिक सामाजिक व सांस्कृतिक नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजा प्रदान करे तथा महिलाओं और बच्चों के खिलाफ कट्टरपंथियों द्वारा जबरन धर्मांतरण तथा अपहरण और हिंसा को रोकने के लिए बांग्लादेश सरकार प्रभावी कदम उठाए।