नैनीताल:::- नैनी झील में शुक्रवार को फांसी गधेरे समीप से गोविंद बल्लभ पंत मत्स्य विभाग द्वारा विभिन्न प्रजातिय मछलियों के 20 हजार बीज नैनीझील में डाले।
इस दौरान मत्स्य विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ.आशुतोष मिश्रा ने कहा इको फ्रेंडली मछलियों के बीज डाले गए है। झील में सिल्वर कार्प,गोल्डन महाशीर,रोहू,चौगुनिया चार प्रजाति की मछली को नैनी झील में डाली गई है जो पर्वतीय क्षेत्रों के हिसाब से अच्छी रहती है। 15 हजार सिल्वर कार्प, 4 हजार गोल्डन महाशीर, 1 हजार रोहू व चौगुनिया मछली के बीज डाले गए है। यह मछलियाँ झील को संतुलित करने में सही है। महाशिर की अच्छी ग्रोथ कर रही है। लगभग 5 से 6 किलोग्राम की मछलिया झील में रह रही है। मछलियां जल की गुणवत्ता को बनाएं रखेगी। साथ ही पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंन्द्र बनेंगी। एरिएशन के बाद झील की पारिस्थितिकी में सुधार लाने के लिए विभिन्न प्रजातियों की मछलियां डाली गई थी। लेकिन कुछ ही वर्षों में झील में कॉमन कार्प मछली की संख्या बेहद बढ़ने लगी। गोल्डन महाशीर जीवित जीवों को खाकर झील को साफ बनाये रखने में मदद करेगी।
इस दौरान डीन डॉ.अवधेश कुमार,प्राधिकरण नैनीताल जेई विपिन कुमार,आनंद सिंह कोरंगा आदि मौजूद रहें।
