नैनीताल:::- जनकवि गिर्दा की स्मृति में गिर्दा स्मृति मंच द्वारा आयोजित 15वां गिर्दा स्मृति समारोह शुक्रवार को रंगारंग सांस्कृतिक झलकियों और चर्चाओं के बीच सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत तल्लीताल के क्रांति चौक से फ्रीमेसन हॉल मल्लीताल तक भव्य सांस्कृतिक जुलूस से हुई, जिसमें भारतीय शहीद सैनिक स्कूल के छात्रों ने कोरस और छोलिया नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
फ्रीमेसन हॉल में आयोजित मुख्य कार्यक्रमों की श्रृंखला में “गिर्दा के बहाने” विषय पर उत्तराखंड के समसामयिक मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ। चर्चा में सतीश धौलाखण्डी, त्रिलोचन भट्ट, पी.सी. तिवारी, नोमान सिद्दीकी सहित कई बुद्धिजीवी शामिल रहे।

ताल साधना अकादमी के बच्चों ने दीक्षा, आकाश, आऋका, हर्ष, रिया, शौर्य, युवराज, भव्य, दिव्यम, प्रीति, दिया, अनुष्का और धीरज की भागीदारी से मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। वहीं शुभेंदु बहुगुणा और राकेश मनराल ने अपनी कविताओं से गिर्दा की स्मृतियों को जीवंत कर दिया।
संगीत की मधुर लहरियों में प्रदीप कुमार (असिस्टेंट प्रोफेसर, उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी) ने सितार वादन प्रस्तुत किया, जिनका तबले पर साथ अमन महाजन ने दिया। इसी क्रम में AIDSO श्रीनगर यूनिट (HNBGU) के छात्रों ने जनगीतों की प्रस्तुति देकर वातावरण को ओजपूर्ण बना दिया।
नाट्य मंचन के तहत गिर्दा स्मृति मंच ने सआदत हसन मंटो के नाटक “तमाशा” का मंचन किया, जिसका निर्देशन एवं परिकल्पना दाऊद हुसैन ने की। इसमें विशेष सहयोग जावेद हुसैन, सम्राट, ऋतु तथा बाल कलाकार सिद्धू का रहा। इसके बाद विकेश वाजपेयी के निर्देशन में मंटो का प्रसिद्ध नाटक “टोबा टेक सिंह” मंचित किया गया, जिसका नाट्य रूपांतरण राजेश कुमार ने किया।
कार्यक्रम में हेमलता तिवाड़ी, तुहिनांश तिवाड़ी, पी.सी. तिवारी, प्रेम पी. रम, इदरीस मलिक, जसीराम आर्य, हरीश राणा, राजेश आर्य, पवन कुमार, अजय पवार, अदिति खुराना, धर्मानंद लखेड़ा, मुकेश सेमवाल, राजेश जोशी, सतीश धौलाखण्डी सहित अनेक साहित्यकार, कलाकार और समाजसेवी मौजूद रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन कुसुम पांडे ने किया।
