भीमताल :::- रिंगाल से हस्तशिल्प प्रषिक्षण कार्यक्रम में में मंगलवार को मुख्य अतिथि डा. बिष्ट ने प्रषिक्षण ले रही महिलाओ का उत्साह वर्धन किया LEDP कार्यक्रम में 30 महिलाओ को 20 दिवसीय प्रशिक्षित दिया गया। चकबहेड़ी हैडिया गांव ग्राम पंचायत में मात्र शक्ति द्वारा पूर्वजों द्वारा दैनिक कार्यों में हस्त शिल्प उत्पादों रिंगाल बास का सरंक्षण कर रही है। रिंगाल और बांस से टोकरी, पैन स्टेंड, फ्लावर पॉट, बुक सेल्फ, लाइट स्टेंड का निर्माण किया जाएगा प्रमुख ने कहा आज के समय में रिंगाल से बनी वस्तुएं देसी, विदेशी सैलानियों की पसंद बन रही हैं। इन उत्पादों का प्रशिक्षण लेकर ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकती हैं। पर्वतीय क्षेत्रों के लिए रिंगाल और बांस लाभकारी साबित हो सकता है।प्रमुख ने महिलाओ के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इससे ग्रामीण इलाके के लोगों को रोजगार प्राप्त करने में मदद मिलेगी। प्रमुख ने कहा उत्तराखंड के हस्तशिल्पी पुरातन काल से रिंगाल और बांस का उपयोग करते रहे हैं। पहले लोग रिंगाल से डोका, सूप, डलिया आदि बनाते थे।आयोजन महिला एव निर्बल वर्ग उत्थान समिति ज्योलिकोट द्वारा दिया गया। प्रशिक्षण ले रही महिलाओ को प्रमाण पत्र वितरित किए। इस दौरान प्रधान हेमा आर्य ,कमला आर्य दिनेश चंद, शेखर भट्ट बीडीसी रानी कोटलिया , डीडीएम नाबार्ड मुकेश बेलवाल, एनडीसीबी बैंक अजय कुमार,जन शिक्षण संस्थान गोपाल प्रसाद, नैनीताल डिस्ट्रिक्ट का बैंक अजय कुमार, लीला जोशी लीला देवी, हेमा जोशी ,प्रदीप कुमार नवीन क्वीरा संजय कुमार , बी सी पांडे,पवन कुमार, सहित अन्य ग्रामीण लाभार्थी मौजूद रहे।