भतरोजखान::::- वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में राजकीय महाविद्यालय भत्रोंजखान में संसदीय कार्य मंत्रालय द्वारा संचालित युवा संसद का गुरुवार को कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य युवाओं में भारतीय संसदीय परंपरा, शिष्टाचार एवं कार्यप्रणाली की समझ विकसित कर उन्हें सशक्त भारत निर्माण में सक्षम बनाना रहा।
कार्यक्रम प्राचार्य प्रो. पुष्पेश कुमार पांडेय के मार्गदर्शन, प्रभारी प्राचार्य डॉ. अजय कुमार सक्सेना की अध्यक्षता तथा कार्यक्रम अधिकारी डॉ. केतकी तारा कुमैय्यां के नेतृत्व में आयोजित किया गया। युवा संसद का विषय एक देश, एक चुनाव रखा गया। डॉ. केतकी तारा द्वारा मंच संचालन किया गया एवं सुनीता भट्ट ने प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दीं।
संसद के शीतकालीन सत्र की उद्घोषणा एवं वंदे मातरम गीत के साथ कार्यक्रम का आरंभ हुआ। अध्यक्षीय उद्बोधन, शपथ ग्रहण, निधन उल्लेख एवं नए मंत्रियों का परिचय जैसी संसदीय औपचारिकताएं निभाई गईं। प्रश्नकाल में महिलाओं पर बढ़ते अपराध, विदेशों में भारतीय छात्रों की समस्याएं, ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था, बेरोजगारी और सरकारी रणनीतियों पर विपक्ष ने तीखे सवाल किए, जिनका सत्तारूढ़ दल ने तथ्यों सहित उत्तर प्रस्तुत किया।

शून्यकाल और ध्यानाकर्षण प्रस्ताव में “एक देश, एक चुनाव” की प्रासंगिकता, चुनौतियों एवं संघीय ढांचे पर उसके प्रभाव पर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मोहित कुमार एवं उनकी कैबिनेट—महिला एवं बाल विकास मंत्री तनुजा आर्य, विदेश मंत्री धर्मेंद्र गिरी, स्वास्थ्य मंत्री कृष्ण कुमार, श्रम एवं रोजगार मंत्री प्रवेश कुमार—ने ठोस जवाब देकर पक्ष मजबूत रखा। नेता प्रतिपक्ष शीतल पंत व उनकी टीम — दीपिका, रिया, दीक्षा, साहिबा, किरण, गीता, कोमल और जगमोहन — ने सरकार को प्रभावी रूप से घेरा।
इस दौरान अध्यक्ष: कविता महासचिव: कामिनी, सत्तारूढ़ दल: मोहित कुमार (प्रधानमंत्री), धर्मेंद्र गिरी, कृष्ण कुमार, प्रवेश कुमार, तनुजा आर्य एवं अन्य सदस्य भावना, हिमांशी, विकास, मनीष।
विपक्ष: शीतल पंत (नेता प्रतिपक्ष) सहित रिया, दीपिका, दीक्षा, साहिबा, किरण, गीता, कोमल, जगमोहन।
महाविद्यालय में ऐसे नवाचारी कार्यक्रमों से विद्यार्थियों में नेतृत्व क्षमता और सर्वांगीण विकास को बढ़ावा मिल रहा है।


