भत्रोंजखान:::-  उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती के अवसर पर राजकीय महाविद्यालय भत्रोंजखान में भव्य समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं “जय मां सरस्वती” के हृदयस्पर्शी गीत से हुआ। उत्तराखंड की पारंपरिक शैली में अतिथियों का स्वागत तिलक लगाकर किया गया।

कार्यक्रम की संचालन नोडल अधिकारी डॉ. केतकी तारा कुमैय्यां ने किया जिन्होंने राज्य रजत जयंती की शुभकामनाएं देते हुए महाविद्यालय भवन निर्माण को मूर्त रूप देने का संकल्प लेने का आह्वान किया। 

लोक संस्कृति व आंदोलनकारियों के योगदान पर प्रकाश डाला।व  संस्कृति के संरक्षण का संदेश दिया व पौराणिक इतिहास से प्रेरणा लेते हुए पलायनवाद त्यागने की प्रेरणा दी व राज्य की यात्रा व चुनौतियों पर प्रकाश डाला। शीतल ने उत्तराखंड की वीरांगनाओं को नमन किया, वहीं मोहित ने कुमाऊनी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग उठाई। तनुजा, शीतल पंत और दीपिका पंत ने अपनी रचनात्मक प्रस्तुतियों से सभी का मन मोहा।



कार्यक्रम में गीता, रिया, तनुजा, कविता और कामिनी ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुतियां दीं। कार्यक्रम का समापन पारंपरिक झोड़ा नृत्य से हुआ, जिसमें उत्तराखंड के चहुंमुखी विकास की मंगलकामना की गई। इस दौरान धर्मेंद्र गिरी, ज्योति, बाली लकी मोहित जगमोहन, प्रवेश, कृष्णा, नीरज, गीता, ममता, तनुजा, शीतल, दीपिका,किरण आदि मौजूद रहें।

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