बागेश्वर :::- दोस्त फाउंडेशन द्वारा संचालित “परवरिश” कार्यक्रम का शुभारंभ  बागेश्वर जिले में किया गया। यह कार्यक्रम बच्चों के विकास में उनके माता-पिता और देखभालकर्ताओं की सहभागिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से तैयार किया गया है।
कार्यक्रम के शुभारंभ के अवसर पर जिला महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी (DPO) डॉ. मंजू लता यादव के साथ दोस्त एजुकेशन की क्लस्टर लीड कमला बिष्ट और प्रोग्राम एसोसिएट राहुल जोशी ने बैठक की। बैठक में “परवरिश” कार्यक्रम के उद्देश्य और कार्यप्रणाली पर विस्तार से चर्चा की गई। डॉ. यादव ने सेक्टर स्तर की बैठकों में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने के लिए तिथियों की घोषणा करने के निर्देश दिए।
इसके अतिरिक्त, समग्र शिक्षा अभियान की जिला प्रबंधक किरण जोशी के साथ बैठक में बाल वाटिका कार्यक्रम के साथ “परवरिश” को संचालित करने की योजना पर चर्चा हुई। इसी क्रम में डाइट बागेश्वर के प्राचार्य डॉ. के.एस. रावत, डॉ. हरीश जोशी, रुचि पाठक, पूजा लोहनी, उर्मिला बिष्ट और 40 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ आयोजित बैठक में “परवरिश” कार्यक्रम की आवश्यकता और कार्यप्रणाली को समझाया गया।
परवरिश: बच्चों के सर्वांगीण विकास की ओर एक कदम
“परवरिश” कार्यक्रम 0-6 वर्ष के बच्चों के सर्वांगीण विकास (सामाजिक, मानसिक, भावनात्मक, मौखिक भाषा और शारीरिक विकास) पर केंद्रित है। यह कार्यक्रम देखभालकर्ताओं (माता-पिता) को टोल-फ्री नंबर के माध्यम से जोड़ता है, जहां उन्हें सप्ताह में 1 से 1.5 मिनट की कॉल मिलती है। इन कॉल के माध्यम से बच्चों के साथ खेल-कूद और कहानियों के जरिए गतिविधियां कराई जाती हैं, जो बच्चों के विकास में सहायक होती हैं।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की भागीदारी
दोस्त एजुकेशन के सहयोग से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता लाभार्थियों को “परवरिश” से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस कार्यक्रम के तहत माता-पिता और देखभालकर्ताओं को प्री-स्कूल शिक्षा के महत्व और बच्चों के सर्वांगीण विकास में उनके योगदान के बारे में जानकारी दी जाती है।
बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए एक नई पहल
दोस्त फाउंडेशन का “परवरिश” कार्यक्रम बच्चों के उज्जवल भविष्य के निर्माण में एक महत्वपूर्ण पहल है, जो उनके देखभालकर्ताओं को प्रभावी तरीके से उनके विकास में सहभागी बनाता है।

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