अल्मोड़ा:::-आज उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक ने रानी धारा पहुंचकर स्थानीय लोगों द्वारा सड़क निर्माण की मांग को दिए जा रहे धरने को अपना समर्थन दिया।अपने संबोधन में बिट्टू कर्नाटक ने कहा कि बेहद परेशान होकर इस गंभीर मुद्दे के स्थाई निराकरण की मांग को लेकर रानी धारा क्षेत्र की हमारी माताएं, बुजुर्ग नागरिक आज धूप और बारिश में सड़क पर बैठने के लिए मजबूर हो गए हैं जो तमाम जनप्रतिनिधियों एवं विभागों के लिए बेहद शर्म की बात है। उन्होंने कहा कि आम आदमी अपनी पूरे जिंदगी की कमाई लगाकर अपने लिए मकान का निर्माण करता है और यदि ऐसे में उनके मकानों को खतरा होगा आम आदमी का तनाव में आना और परेशान होना स्वाभाविक है।उन्होंने कहा कि सीवर लाईन किसी विभाग ने डाली,पेयजल लाईन किसी विभाग की क्षतिग्रस्त है,सड़क पर डामरीकरण किसी विभाग ने करना है लेकिन विभागों की लापरवाही का खामियाजा रानीधारा की जनता भुगत रही है।उन्होंने कहा कि अगर पेयजल लाइन लीक कर रही है तो इनको दुरुस्त करने की जिम्मेदारी जल संस्थान की है।सीवर निर्माण के दौरान यदि कोई अनियमितता हुई है तो इसको दुरुस्त करने की जिम्मेदारी कार्य दायी संस्था जल निगम की है और सड़क पर सुधारीकरण डामरीकरण अथवा टाइल्स का जो कार्य होना है वह करवाने की जिम्मेदारी नगर पालिका एवं लोक निर्माण विभाग की है।यदि विभागों ने समय रहते गंभीरता से अपनी जिम्मेदारी निभाई होती तो आज यह हालत नहीं होते कि लोगों के मकान में कीचड़ और पानी घुसता।उन्होंने कहा कि वे जनता की मांग का पूरी तरह समर्थन करते हैं और विभागों को चेताना चाहते हैं कि अभी भी विभाग जो गहरी नींद में सोए हुए हैं नींद से जागे और अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता पूर्व निभाएं।उन्होंने कहा कि हमें इस बात से मतलब नहीं है कि विभागों में आपस में क्या खींचातानी है लेकिन यदि विभागीय खींचातानी के कारण बरसात के मौसम में किसी भी भवन को कोई नुकसान पहुंचता है तो उसके लिए पूरी तरह से यह विभाग जिम्मेदार होंगे।उन्होंने यह भी कहा कि बड़े दुर्भाग्य का विषय है कि आज वरिष्ठ नागरिक,माताएं,बहने अपने भवन बचाने के लिए सड़क पर बैठने को मजबूर हो गई है।उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि विभागीय अधिकारियों में जरा भी संवेदनशीलता नहीं बची है।उन्होंने लोक निर्माण विभाग,जल संस्थान के अधिकारियों को मौके पर बुलाया और स्पष्ट रूप से चेताया कि यदि विभागों की नाकामी से रानीधारा क्षेत्र के किसी भी भवन को कोई नुकसान पहुंचा तो उसके बाद जो आंदोलन होगा उसकी जिम्मेदारी विभागों की होगी।उन्होंने कहा कि एक भवन लोगों की जिंदगी भर की पूंजी से बनता है जिसे जाने अनजाने नुकसान पहुंचाने का किसी भी विभाग को कोई अधिकार नहीं है।उन्होंने कहा कि विभागों के नकारेपन लापरवाही और उदासीनता से यदि भविष्य में रानी धारा क्षेत्र के किसी भी भवन को कोई नुकसान हुआ या किसी भी तरह की कोई क्षति पहुंची तो इसके लिए संबंधित विभाग खामियाजा भुगतने के लिए भी तैयार रहे।साथ ही उन्होंने जनता को आश्वस्त भी किया कि उनकी लीकेज पेयजल लाइन,सीवर निर्माण में अनियमिता,सड़क सुधारीकरण की मांग को लेकर वे संबंधित विभागों के उच्च अधिकारियों के साथ-साथ सूबे के मुख्यमंत्री से भी वार्ता करेंगे।उन्होंने कहा कि प्राथमिकता में उनका यह कार्य रहेगा कि जल्द से जल्द इस खराब सड़क के कारण यहां के स्थानीय लोग जिस तनाव में है उनको तनाव मुक्त किया जाए।उन्होंने कहा कि नेताओं का काम केवल चुनाव में घर-घर जाकर वोट मांगना नहीं होता बल्कि जनता की दिक्कतों का घर-घर जाकर समाधान करना होता है।उन्होंने कहा कि आज विभागों की लापरवाही से रानीधारा की जनता सड़क में बैठने को मजबूर है जो सरकार और प्रशासन के मुंह पर भी एक करारा तमाचा है इस अवसर पर सैकड़ों रानीधारा वासी उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You missed