भत्रोंजखान /रानीखेत :::- राजकीय महाविद्यालय भत्रोंजखान में REAP परियोजना के अंतर्गत संचालित नेटल भीमल हथकरघा एवं हस्तशिल्प इकाई का औद्योगिक शैक्षणिक भ्रमण कराया गया।
कार्यक्रम में इकाई में उपस्थित हेमा बिष्ट , एलएफ द्वारा महत्वपूर्ण जानकारी साझा की गई की किस प्रकार यहाँ नेटल से सिर्फ चाय या जूस ही नहीं बल्कि वस्त्रों का भी निर्माण किया जा रहा है जिसका निर्यात कोलकाता तक किया जाता है। नेटल से वस्त्रों को बनाने की प्रक्रिया के साथ उन्होंने भिमल से बनी टोकरियां ,फूलदान, इत्यादि का भी प्रदर्शन किया जिसे वे विभिन्न मेलो में ,हाट में लगाकर लोक संस्कृति के साथ साथ नैसर्गिक पर्यावरण हितैषी उत्पादों को उनकी संस्था प्रचारित एवं प्रसारित कर रही है । नेटल अर्थात (बिच्छू घास) से बनी हस्तनिर्मित राखियां जहा 10 से 20 की लागत से बनी है वही उनकी बिक्री 30 से 40 रुपए की दर से की जाती है। इस औद्योगिक शैक्षणिक भ्रमण दर्शन में सभी प्रतिभागियों ने बढ़ चढ़कर प्रतिभाग किया।
इस दौरान कार्यक्रम में प्राचार्य प्रो. सीमा श्रीवास्तव, ईडीआई संदर्भ विशेषज्ञ विनोद पांडे, कार्यक्रम समन्वयक पंकज पांडे, नोडल अधिकारी डॉ. केतकी तारा कुमैय्या समेत अन्य लोग मौजूद रहें।