भत्रोंजखान /रानीखेत ::::- राजकीय महाविद्यालय भत्रोंजखान एवं देवभूमि उद्यमिता विकास योजना के तहत मंगलवार को कार्यक्रम का प्रारंभ रीकैप हुआ । इस दौरान कार्यशाला अल्मोड़ा से जिला समन्वयक निधि फाउंडेशन से जुड़े पंकज पांडे रहें। उन्होंने एनजीओ के माध्यम से स्वरोजगार,उद्यमिता व नवाचार पर जोर दिया जाता है। उन्होंने बताया की उनकी संस्था नाबार्ड , वर्ल्ड बैंक के साथ पिथौरागढ़ में कार्यरत है और सरकार की कई योजनाओं से कई स्थानीय लोगों को वित्तीय साक्षरता देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया गया है। वही DIC की भी महत्वपूर्ण भूमिका की जानकारी दी व प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के लाभों के बारे में बताया गया।
वही कार्यशाला में सत्यासात्विक एनजीओ के संस्थापक लकी असनोरा व सोनिया ने गाय के गोबर से अगरबत्ती, मूर्ति निर्माण की बारीकियां बताई। सोनिया ने इको फ्रेंडली रंगों के निर्माण, पिरूल से बनने वाले कोयले (बायोचार) उसकी प्रक्रिया व उपयोगिता के बारे में जानकारी दी। इस दौरान लकी ने क्षेत्रीय स्तर पर कृषि में नई तकनीक, मल्टी लेयर फार्मिंग की महत्वपूर्ण जानकारी दी जिसमे 5 सब्जियां या पांच प्रकार के खाद्य पदार्थ एक ही साथ उगाए जा सकते है जिसके लिए प्रतिबद्ध है। इनके उत्पाद न केवल उत्तराखंड तक सीमित है बल्की राजस्थान, महाराष्ट्र , पानीपत समेत सुदूर देशों के मार्केट तक पहुंचाया जा रहा है।
कार्यशाला में ब्रेन स्टॉर्मिंग सत्र का आयोजन किया गया जिसमे आए हुए विशेषज्ञों ने सभी प्रतिभागियों को उनके बिजनेस आइडिया को और बेहतर कैसे बनाया जा सकता है, डायरेक्ट विक्रेता की जगह कैसे वेंडर बनकर लाभ उठाया जा सकता है, मार्केट ट्रेंड व मार्केट रिसर्च उत्पादकता के साथ साथ मुनाफे में इजाफा कर सकते है जैसे बारीकियों से रूबरू करवाया।
इस दौरान प्राचार्य प्रो. सीमा श्रीवास्तव, नोडल अधिकारी डॉ. केतकी तारा कुमैय्या समेत अन्य लोग मौजूद रहें।